टीपू सुल्तान जयंती कार्यक्रम से सीएम कुमारस्वामी ने दूरी बनाई. मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से कहा गया कि वे बीमार चल रहे हैं.
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बेंगलुरू: कर्नाटक कांग्रेस में आए दिन किसी न किसी वजह से विवाद होते रहते हैं. ताजा विवाद टीपू सुल्तान जयंती को लेकर है. कांग्रेस के अपने विधायक तनवीर ने मुख्यमंत्री कुमारस्वामी और उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर को निशाने पर लिया. बता दें, दोनों नेता टीपू सुल्तान की जयंती कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे, लेकिन आखिरी वक्त में शामिल नहीं हो पाए. इस पर विधायक तनवीर ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि यह मुस्लिमों का अपमान है.
उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर इस राजकीय उत्सव का उद्घाटन करने वाले थे, वह भी कार्यक्रम में नहीं पहुंचे थे. आज शनिवार को मैसूर के पूर्व शासक टीपू सुल्तान की 269वीं जयंती मनाई गई है. इस कार्यक्रम को लेकर भारतीय जनता पार्टी के विरोध को लेकर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी. समारोह की अध्यक्षता जल संसाधन मंत्री और कांग्रेस नेता डी. के. शिवकुमार ने की.
I have information that Karnataka CM HD Kumaraswamy couldn't attend the #TipuJayanti celebrations due to health issues. Deputy CM G Parameshwara also couldn't attend. Somewhere it seems like it's an insult to the community. There's no doubt about it: Congress MLA Tanveer Sait. pic.twitter.com/zzxxVegwMA
— ANI (@ANI) 10 November 2018
इस मामले को लेकर कर्नाटक सरकार में सिंचाई मंत्री डीके शिव कुमार ने कहा कि यह मुस्लिमों का अपमान कैसे हो सकता है. प्रदेश के डिप्टी सीएम पहले से निर्धारित कार्यक्रम की वजह से नहीं आ सके, जबकि सीएम कुमारस्वामी बीमार चल रहे हैं. मैं कार्यक्रम में शामिल हुआ. मैं भी तो सरकार का ही हिस्सा हूं.
It can’t be an insult. Karnataka CM&Deputy CM are occupied with their issues. We are also part of the govt. I don't agree with my friend Tanveer Sait: DK Shivakumar,K'taka Min on Sait's statement,"CM & Deputy CM not attending #TipuJayanti celebrations an insult to the community." pic.twitter.com/Uzjl9jBwYG
— ANI (@ANI) 10 November 2018
समारोह में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बी.जेड. जमीर अहमद खान और संस्कृति मंत्री जयमाला ने भी हिस्सा लिया. दोनों कांग्रेस पार्टी के नेता हैं. हालांकि, राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम से गठबंधन में सहयोगी पार्टी जनता जद-सेक्युलर (जद-एस) ने किनारा किया. दरअसल, आधिकारिक तौर पर आमंत्रित अतिथियों की सूची में कुमारस्वामी का नाम मौजूद नहीं था. हालांकि मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि वह चिकित्सक की सलाह पर तीन दिन से विश्राम कर रहे थे.
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कुमारस्वामी के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया कि सरकार टीपू सुल्तान की जयंती नहीं मना रही है, लेकिन प्रशासन में टीपू के प्रगतिशील कदम और उनके नवाचारी कार्य प्रशंसनीय है. एक बयान में कहा गया- "मुख्यमंत्री चिकित्सक की सलाह पर विश्राम कर रहे हैं इसलिए वह कार्यक्रम में हिस्सा लेने से असमर्थ हैं. हालांकि यह बात सच्चाई परे है कि उनको सत्ता गंवाने का खतरा है." अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री खान ने संवाददाताओं को बताया, "परमेश्वर का पहले से ही सिंगापुर दौरा तय था."
(इनपुट-एजेंसी)