8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का एलान किया था. जिसके बाद 500 और 1000 के नोट करेंसी के चलन से बाहर हो गए थे.
Trending Photos
तिरूपतिः तिरूमाला में भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर ने चलन से बाहर 500 और1,000 रुपये के पुराने नोटों की करीब25 करोड़ रूपये जमा हो गये है. मंदिर के एक अधिकारी ने आज बताया कि श्रद्धालुओं ने दान पत्र में1,000 और 500 रूपये के चलन से बाहर पुराने नोट डाला है. आठ नवंबर 2016 को केन्द्र सरकार द्वारा नोटों पर प्रतिबंध लगाने के बाद कुछ महीनों में यह राशि एकत्र हुई है. पहाड़ी मंदिर के तिरूमाला तिरूपति देवस्थानम( टीटीडी) के अतिरिक्त वित्त सलाहकार और मुख्य एकाउंट अधिकारी ओ बालाजी ने बताया कि श्रद्धालुओं के नकदी चढ़ाने से जुड़ी भावनाओं को ध्यान में रखते हुये टीटीडी ने नोट बदलने के लिए आरबीआई को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि वे एक‘ सकारात्मक जवाब’ का इंतजार कर रहे हैं.
गौरतलब है कि 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का एलान किया था. जिसके बाद 500 और 1000 के नोट करेंसी के चलन से बाहर हो गए थे. नोटबंदी के दौरान सरकार ने लोगों को नोट बदलने के लिए 31 दिसंबर तक का वक्त दिया था.
यह भी पढ़ेंः तिरुपति मंदिर मामला : मंदिर से हटाए जाएंगे गैर हिंदू कर्मचारी, सरकार देगी नौकरी
3 फरवरी को आई एक खबर के मुताबिक यदि आपने नोटबंदी के दौरान अपने बैंक खाते में 15 लाख रुपए जमा कराए हैं तो अब आयकर विभाग ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने जा रहा है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने नवंबर 2016 में हुई नोटबंदी के बाद बैंक खातों में 15 लाख रुपए से अधिक रकम जमा करने वाले दो लाख लोगों को नोटिस जारी किया है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक आईटी ने जांच में पाया है कि नोटबंदी के बाद दिसंबर और जनवरी के बीच करीब 1.98 लाख लोगों ने अपने खाते में भारी 15 लाख या फिर इससे ज्यादा रकम जमा की थी. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसी के तहत उन्हें दिसंबर और जनवरी में नोटिस जारी किया गया है. इस बारे में पूछने पर CBDT के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने कहा कि हालांकि हमें इसके बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
जवाब नहीं दिया तो कार्रवाई
चंद्रा ने कहा जिन लोगों को नोटिस भेजा गया है यदि उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया तो उन खाताधारकों के खिलाफ विभाग की तरफ से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. चंद्रा ने यह भी कहा कि पिछले तीन महीने में लगभग 3,000 लोगों के खिलाफ टैक्स चोरी, देरी से टैक्स भरने समेत कई मामले दर्ज किए गए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि इनकम टैक्स विभाग नोटबंदी को प्रोत्साहित करने के लिए ई-मूल्यांकन पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
टैक्स ऑनलाइन ही फाइल कर सकता है
उन्होंने कहा कि इस साल परीक्षण के आधार पर हमने ई-असेसमेंट की शुरुआत की और तीन महीनों में लगभग 60000 ई-मूल्यांकन किए गए, हमें उम्मीद है कि यह संख्या आने वाले महीनों में बढ़ेगी. ई-असेसमेंट के तहत कोई भी शख्स अपना टैक्स ऑनलाइन ही फाइल कर सकता है. जिससे उन्हें बार-बार इनकम टैक्स ऑफिस के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे.
(इनपुट भाषा से भी)