नई दिल्ली: दिल्ली में 26 जनवरी को हुई किसान हिंसा (Farmer Violence) के लिए टूलकिट बनाने के आरोपी निकिता जैकब (Nikita Jacob) और शांतनु  मुलुक (Shantanu Muluk) दिल्ली में साइबर सेल के दफ्तर पहुंच गए हैं. सेल की टीम टूलकिट मामले (Toolkit Case) में उनसे पूछताछ कर रही है.  


दिल्ली में 26 जनवरी को हुई थी हिंसा


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बता दें कि दिल्ली पुलिस (Delhi Police) गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी में हुई किसान हिंसा (Farmer Violence) की एक-एक कड़ियां जोड़ने में जुटी है. अब तक की जांच में सामने आया है कि इस हिंसा के लिए बड़े स्तर पर साजिश रची गई थी. जिसके तार देश से लेकर विदेशों में बैठे खालिस्तानियों तक जुड़े थे. 


किसानों को उकसाने के लिए बनी टूलकिट


पुलिस के मुताबिक किसानों को उकसाने के लिए साजिशकर्ताओं ने टूलकिट तैयार की थी. जिसमें सरकार का विरोध करने के लिए स्टेप बाई स्टेप कार्यक्रम बताया गया था. पुलिस का आरोप है कि इस टूलकिट को विदेश में बैठे खालिस्तानियों के कहने पर बॉम्बे हाई कोर्ट की वकील निकिता जैकब (Nikita Jacob) और पर्यावरण कार्यकर्ता शांतनु मुलुक (Shantanu Muluk) ने तैयार किया था. बाद में दिशा रवि ने इस संबंध में ट्वीट करने के लिए स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग से भी संपर्क साधा.


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दिशा रवि फिलहाल पुलिस की रिमांड पर 


इस टूलकिट मामले (Toolkit Case) में दिशा रवि फिलहाल दिल्ली पुलिस की रिमांड पर है. इस केस में दिल्ली की एक अदालत ने निकिता जैकब (Nikita Jacob) और शांतनु मुलुक (Shantanu Muluk) के खिलाफ भी गैर जमानती वारंट जारी कर रखा है. दिल्ली पुलिस की एक टीम शांतनु को खोजते हुए महाराष्ट्र के बीड में उसके घर भी पहुंची थी. लेकिन वह नहीं मिला. इसी बीच निकिता और शांतनु को बॉम्‍बे हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है. 


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