Uddhav Thackeray on Saugaat E Modi: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भाजपा सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि जब हमें मुस्लिम वोट मिल रहे थे तो भाजपा 'सत्ता-जिहाद' जैसे शब्द गढ़ रही थी लेकिन अब वही लोग अपना रुख बदल चुके हैं
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Uddhav Thackeray: शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार ने कॉमेडियन कुणाल कामरा को एक 'गद्दार' का अपमान करने के आरोप में बुलाया, लेकिन अभिनेता राहुल सोलापुरकर पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज पर विवादित बयान दिया था. इस दौरान ठाकरे ने 'सौगात-ए-मोदी' अभियान पर भी बड़ा हमला बोलते कहा कि अब भाजपा खुद सत्ता जिहाद कर रही है.
बजट सत्र खत्म होने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ठाकरे ने कहा,'आप कुणाल कामरा को दो बार समन भेजते हैं, लेकिन राहुल सोलापुरकर को एक बार भी नहीं बुलाते.' राहुल सोलापुरकर ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में कहा था कि 17वीं सदी के मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज आगरा किले से मिठाई की टोकरी में छिपकर नहीं, बल्कि औरंगजेब के अधिकारियों को रिश्वत देकर निकले थे. उनके 'रिश्वत' वाले बयान पर कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने आपत्ति जताई थी.
कुणाल कामरा ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर एक पैरोडी गाना बनाया था, जिसकी वजह से शिंदे समर्थकों ने रविवार को एक स्टूडियो पर हमला कर दिया था. इसके बाद मुंबई पुलिस ने कामरा को समन भेजा. शिवसेना (यूबीटी) शिंदे को 'गद्दार' कहती रही है, क्योंकि उन्होंने 2022 में ठाकरे के खिलाफ बगावत कर पार्टी को तोड़ दिया था.
सौगात-ए-मोदी योजना पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी ने हिंदुत्व को त्याग दिया है और 'सत्ता जिहाद' का सहारा लिया है. ठाकरे ने इस कदम की आलोचना करते हुए इसे 'सौगात-ए-सत्ता' करार दिया और भाजपा पर बिहार में चुनावी लाभ के लिए तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया.
ईद से पहले भाजपा ने मंगलवार को आर्थिक रूप से कमजोर मुस्लिम परिवारों को टार्गेट करते हुए एक राष्ट्रव्यापी आउटरीच प्रोग्राम शुरू किया. इस पहल को इस साल के आखिर में बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिसका मकसद वंचित मुसलमानों को विशेष ईद किट वितरित करना है.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के मार्गदर्शन में दिल्ली के निजामुद्दीन में शुरू हुए इस प्रोग्राम से देश भर में करीब 32 लाख लोगों को लाभ मिलने की उम्मीद है. ईद किट में सूखे मेवे, बेसन, सूजी, सेवई और चीनी जैसे खाद्य पदार्थ शामिल हैं. इसके अलावा, पुरुषों को कुर्ता-पायजामा मिलेगा, जबकि महिलाओं को सूट के लिए कपड़ा दिया जाएगा. हर किट की अंदाजन लागत 500 रुपये से 600 रुपये के बीच है.