वीर सावरकर पहले प्रधानमंत्री होते तो नहीं होता पाकिस्तान का जन्म: उद्धव ठाकरे
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वीर सावरकर पहले प्रधानमंत्री होते तो नहीं होता पाकिस्तान का जन्म: उद्धव ठाकरे

उद्धव ठाकरे ने वीर सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की मांग की.

ठाकरे ने वीर सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की मांग की.

मुंबई: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) का कहना है कि अगर वीर सावरकर इस देश के प्रधानमंत्री होते तो पाकिस्तान का जन्म भी नहीं होता. उन्होंने वीर सावरकर के लिए देश के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न की भी मांग की और कहा कि हमारी सरकार हिंदुत्व की सरकार है.

ठाकरे ने एक आत्मकथा ‘सावरकर: इकोज फ्रॉम अ फॉरगाटेन पास्ट’ के विमोचन के मौके पर यह बात कही. उन्होंने कहा कि सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए. हम गांधी और नेहरू द्वारा किए गए काम से इनकार नहीं करते हैं, लेकिन देश ने दो से अधिक परिवारों को राजनीतिक परिदृश्य पर अवतरित होते हुए देखा.’

ठाकरे ने अपने भाषण में कहा, ‘उन्हें नेहरू को वीर कहने में कोई आपत्ति नहीं होती यदि वह 14 मिनट भी जेल के भीतर सावरकर की तरह रहे होते. सावरकर 14 साल तक जेल में रहे थे.’

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शिवसेना प्रमुख ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी को नई किताब पढ़नी चाहिए और सावरकर के कामों के बारे में अधिक जानना चाहिए. बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने एक चुनावी रैली में कहा था कि वीर सावरकर ने जेल से आजादी पाने के लिए अंग्रेजों से माफी मांगी थी. माना जाता है कि वीर सावरकर ने "हिंदुत्व" शब्द को लोकप्रिय बनाया है.

इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर को लेकर भी विवादित बयान दिया. ग़ौरतलब है कि मणिशंकर अय्यर ने सावरकर का विरोध किया था और सावरकर पर विवादित बयान भी दिया था, जिसको लेकर शिवसेना बहुत आक्रमक हुई थी.

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