DNA Analysis: देश मे गली-कूचे में खुली 'फर्जी यूनिवर्सिटीज' की दुकानें, पोल खुली तो देने लगे धमकी; ग्राउंड रिपोर्ट
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DNA Analysis: देश मे गली-कूचे में खुली 'फर्जी यूनिवर्सिटीज' की दुकानें, पोल खुली तो देने लगे धमकी; ग्राउंड रिपोर्ट

Fake Universities: हरेक मां-बाप की इच्छा होती है कि उनके बच्चे पढ़-लिखकर अच्छी जगह कामकाज करें. ऐसे में अगर आपको पता चले कि आपके बच्चे ने जिस यूनिवर्सिटी से डिग्री ली है, वह तो फर्जी है तो कैसा लगेगा. ज़ी न्यूज़ ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में ऐसी ही फर्जी यूनिवर्सिटीज की पोल खोली है.

 

 

DNA Analysis: देश मे गली-कूचे में खुली 'फर्जी यूनिवर्सिटीज' की दुकानें, पोल खुली तो देने लगे धमकी; ग्राउंड रिपोर्ट

UGC Action Against Fake Universities: देशभर में सोमवार को शिक्षक दिवस मनाया गया. शिक्षक दिवस यानी पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन. इस दिन सभी भारतीय अपने शिक्षकों और शिक्षण संस्थाओं को याद करते है, जिन्होंने उनके भविष्य को संवारने में अपनी भूमिका निभाई. उन्हें इस लायक बनाया कि वो अपने पैरों पर खड़े हो पाएं. अगर हम आपसे कहें कि सालों की मेहनत और लगन से आपने जो कॉलेज डिग्री हासिल की, वो फर्जी है? तो जाहिर है, आपके पैरों तले से जमीन खिसक जाएगी. असल में जो शैक्षिक डिग्री, आपकी काबलियत का प्रमाणपत्र होती है. जिस डिग्री की बदौलत आपका करियर बनता है. अगर वो फर्जी निकल जाए, तो ये किसी भी छात्र के लिए बर्दाश्त कर पाना मुश्किल है.

UGC ने जारी की फर्जी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट

हमारे देश में सिर्फ फर्जी डिग्री का ही धंधा नहीं चलता बल्कि फर्जी विश्वविद्यालयों (Fake Universities) का भी गोरखधंधा हो रहा है. UGC ने हाल ही में फर्जी विश्वविद्यालयों की एक लिस्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में 21 विश्वविद्यालयों के नाम हैं, जो असल में विश्वविद्यालय हैं ही नहीं बल्कि अवैध रुप से चल रहे हैं. सबसे ज्यादा 8 फर्जी विश्वविद्यालय देश की राजधानी दिल्ली में चल रहे हैं. 

उत्तर प्रदेश में 4 फर्जी विश्वविद्यालय हैं. इसके अलावा बंगाल, महाराष्ट्र, केरल और ओडिशा जैसे राज्यों में भी अवैध विश्वविद्यालय (Fake Universities) खुले हुए हैं. ये वो फर्जी विश्वविद्यालय हैं, जिन्हें किसी भी तरह की डिग्री या कोर्स चलाने, उनमें एडमिशन लेने और परीक्षा करवाने के बाद डिग्री देने की अनुमति नहीं दी गई है. UGC की इस लिस्ट को लेकर जी न्यूज की टीम ऐसी फर्जी यूनिवर्सिटीज का रियलिटी टेस्ट करने के लिए ग्राउंड पर उतरी तो जो सच्चाई सामने आई, वो बेहद हैरान और परेशान कर देने वाली थी. हमारी इस Exclusive ग्राउंड रिपोर्ट को आप फर्जी विश्वविद्यालयों पर जी न्यूज की Raid भी कह सकते हैं.

दिल्ली के अलीपुर में चल रही फर्जी यूनिवर्सिटी

दिल्ली के अलीपुर में ऐसी ही एक फर्जी यूनिवर्सिटी चल रही है. वहां पर ऊपर यूनिवर्सिटी और नीचे मोहल्ला क्लीनिक है. वहां पर All India Institute of Public & Physical Health Sciences यानी AIIPPHS यूनिवर्सिटी का बोर्ड लगा है. जिस पर लिखा है- मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया से मान्यता प्राप्त. UGC की फर्जी यूनिवर्सिटी की लिस्ट में यह नंबर- 1 पर है. 

गली में खुली ये यूनिवर्सिटी सामाजिक कार्य जैसे विषयों में डॉक्टरेट तक की डिग्रियां देती है. डिग्री बांटने के लिए Convocation भी करती है. अलीपुर के गली-मोहल्ले में खुली फर्जी यूनिवर्सिटी (Fake Universities) के बाद चलिये अब चलते हैं पुरानी दिल्ली में भीड़-भाड़ भरे दरियागंज में. यूजीसी की लिस्ट में दूसरी फेक यूनिवर्सिटी का पता यहीं का दर्ज है. लेकिन अब अता-पता लापता है. मशहूर गोलचा सिनेमा के पड़ोस वाली बिल्डिंग पर कभी कॉमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड का बोर्ड लगा होता था, जो अब नदारद है. आखिर ये माजरा है क्या?

अलीगढ़ में एक दुकान में चल रही थी 'यूनिवर्सिटी'

फर्जी विश्वविद्यालयों के रियलिटी चेक के लिए ज़ी न्यूज़ की टीम अलीगढ़ भी पहुंची. एक छोटी सी दुकान पर कभी नेताजी सुभाष चंद्र बोस ओपन यूनिवर्सिटी का कैंपस हुआ करता था. लेकिन अब वहां शास्त्री जी का दवाखाना चल रहा है. कथित वाइस चांसलर बताते थे सरकार का हंटर पड़ा तो उन्होंने शास्त्री दवाखाना खोल लिया. जो श्याम सुंदर शर्मा यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर बनकर छात्रों को चूना लगाते थे. एक बार जेल गए तो बाहर आकर वैद्य बन गए. आजकल चूरन बेच रहे हैं. 

ज़ी न्यूज़ की इंवेस्टिगेशन में ये तो वो फर्जी यूनिवर्सिटी हैं, जिनका फिजीकल वेरिफिकेशन मुमकिन हो पाया. लेकिन यूजीसी की लिस्ट में ऐसी भी यूनिवर्सिटी हैं, जो सिर्फ कागजों पर दर्ज हैं. ऐसी ना जाने कितनी फर्जी यूनिवर्सिटी देश के कोने-कोने में खुली हैं, जो नकली डिग्री का धंधा चला रही हैं. 

यूनिवर्सिटी संचालक ने दी अंजाम भुगतने की धमकी

हमारी टीम ने दिल्ली के अलीपुर में फर्जी विश्वविद्यालय (Fake Universities) पर रेड डालने से पहली उसकी वेबसाइट को भी खंगाला था. जिसमें अंजू भंडारी का नाम कुलपति के तौर और चौधरी अफजल नदीम का नाम प्रोग्राम निदेशक के तौर पर लिखा है. ज़ी न्यूज़ संवाददाता शिवांक मिश्रा ने अंजू भंडारी से जब फोन पर पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने टाल-मटोल करने वाले जवाब दिए. लेकिन जब हमारी टीम Spot से वापस लौट रही थी तो हमारे संवाददाता शिवांक को प्रोग्राम निदेशक चौधरी अफजल नदीम का फोन आया और उसने धमकी भरे लहजे में अंजाम भुगतने की धमकी दी. 

ये ऑडियो क्लिप इस बात का सबूत है कि फ़र्ज़ी विश्वविद्यालय चलाने वाले गिरोह Zee News की मुहिम से डरे हुए हैं. लेकिन ज़ी न्यूज़ हमेशा देशहित में रिपोर्टिंग करता है और ऐसे खतरों की परवाह नहीं करता . हमारा मकसद हमेशा आपको ऐसे फर्जीवाड़ों से बचाना होता है . इसलिए अब हम बताएंगे कि आप फर्जी विश्वविद्यालय की पहचान कैसे कर सकते हैं क्योंकि ये आपके पूरे करियर का मामला है.

जान लें क्या हैं UGC Act 1956 के नियम

UGC Act 1956 में विश्वविद्यालयों को मान्यता देने का प्रावधान है. जिसके सेक्शन 22 में कहा गया है कि उसी संस्थान को यूनिवर्सिटी की मान्यता दी जा सकती है जो किसी राज्य सरकार या केंद्र सरकार के कानून के तहत बनाई गई हो. इसका सेक्शन 23 कहता है कि राज्य या केंद्र से मान्यता प्राप्त संस्थानों के अलावा कोई भी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट अपने नाम के आगे यूनिवर्सिटी शब्द नहीं लगा सकता. इसी एक्ट के सेक्शन 24 में प्रावधान है कि फर्जी यूनिवर्सिटी चलाने वाले दोषियों पर एक हजार रुपये तक का फाइन लगाया जा सकता है.  

सोचिये, अगर आप किसी No Parking Zone में अपनी कार खड़ी कर देते हैं तो एक हजार का जुर्माना लग जाता है. अगर कोई फर्जी यूनिवर्सिटी (Fake Universities) चलाते हुए पकड़ा जाए तो भी एक हजार का जुर्माना देकर छूट सकता है. हालांकि यूजीसी कई बार केंद्र सरकार से सिफारिश कर चुकी है कि फर्जी यूनिवर्सिटी चलाने वालों पर अलग से सख्त कानून बनाया जाए. ऐसा करने वालों पर पचास लाख का जुर्माना और दस साल तक की कैद का प्रावधान लाया जाए. लेकिन अभी तक ऐसा हुआ नहीं है.

दाखिले से पहले यूनिवर्सिटी के बारे में कर लें पड़ताल

कानून की यही कमजोरी, फर्जी यूनिवर्सिटी (Fake Universities) के जरिये छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने की बड़ी छूट देती है. इसलिए जरूरी है कि एडमिशन से पहले फर्जी यूनिवर्सिटी के बारे में अच्छी तरह से जांच पड़ताल कर ली जाए. छात्र और उनके परिवार, एडमिशन से पहले अच्छी तरह से इस बात की जांच-पड़ताल कर लें कि जिस यूनिवर्सिटी में वो एडमिशन ले रहे हैं, वो यूजीसी से मान्यता प्राप्त हों. इसके लिए कुछ सावधानियां बेहद जरूरी हैं. 

- लुभावने विज्ञापनों की पूरी जांच-पड़ताल किए बिना एडमिशन लेने का जोखिम कभी न उठाएं. 
- इंजीनियरिंग और मेडिकल जैसे प्रफेशनल कोर्स, बिना एडमिशन टेस्ट के Correspondence से करवाने वाले संस्थानों से बचें.
- कोई इंस्टीट्यूट अगर किसी प्राइवेट या विदेशी यूनिवर्सिटी से डिग्री दिलवाने का वादा करें तो बहकावे में न आएं.
- इंस्टिट्यूट की आलीशान बिल्डिंग, चमकते ऑफिस की चकाचौंध और स्टाफ की चिकनी-चुपड़ी बातों में ना फंसें.
- इंस्टीट्यूट्स की वेबसाइट के भ्रामक दावों के बारे में अगर कोई शक हो तो उसके मैनेजमेंट को मान्यता प्राप्त होने से जुड़े सर्टिफिकेट दिखाने के लिए भी कहें.

वेबसाइटों पर हासिल करें पूरी जानकारी

देश में तमाम सेंट्रल यूनिवर्सिटीज, स्टेट यूनिवर्सिटीज, डीम्ड यूनिवर्सिटीज और प्राइवेट यूनिवर्सिटीज की सूची UGC की वेबसाइट से मिल सकती है, जहां से आप उनकी विश्वसनीयता जांच सकते हैं.

जी न्यूज का मकसद छात्रों और उनके परिवारों को शिक्षा के नाम पर दुकान चलाने वाले गिरोहों से बचाना है, जो फर्जी यूनिवर्सिटी (Fake Universities) खोलकर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करते हैं. इसलिए आज हमने फर्जी यूनिवर्सिटीज़ के फर्जीवाड़े का ये DNA टेस्ट किया.

(ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर)

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