#UPYogiOnZee: यूपी की जनता के लिए कितने `उपयोगी`? CM योगी ने बेबाकी से दिया जवाब
पीएम नरेंद्र मोदी ने हाल में हुई एक जनसभा में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को `उपयोगी` कहा था. उसके बाद से यह शब्द लगातार चर्चा के केंद्र में है. मुख्यमंत्री योगी इस शब्द के बारे में खुद क्या सोचते हैं, उन्होंने पहली बार बेबाकी से इस बारे में बात की है.
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने हाल में हुई एक जनसभा में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को 'उपयोगी' कहा था. उसके बाद से यह शब्द लगातार चर्चा के केंद्र में है. सत्ता पक्ष के नेता सीएम योगी को यूपी के लिए 'उपयोगी' बताते हुए अगले साल यूपी में फिर से उनकी सरकार बनने का दावा कर रहे हैं. Zee News के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से Exclusive बातचीत की. पेश है इंटरव्यू के मुख्य अंश:
सुधीर चौधरी: क्या चुनाव के बाद भी इसी मुख्यमंत्री आवास में रहेंगे?
योगी आदित्यनाथ: जनता ने 2014 में भी बीजेपी को भी अपना आशीर्वाद दिया था. उसके बाद वर्ष 2017 और फिर 2019 में भी आशीर्वीद दिया. पूरा भरोसा है कि वर्ष 2022 में यूपी की जनता बीजेपी को अपना आशीर्वाद देगी. जीत को लेकर कोई कंफ्यूज़न ना मुझे है ना बीजेपी को है.
सुधीर चौधरी: आपके लिए 2017 बड़ी चुनौती थी या 2022?
योगी आदित्यनाथ: हर दिन हमारे लिए एक नई अग्निपरीक्षा होती है. सार्वजनिक जीवन में अगर चुनौती ना हो तो जीवन बेकार होता है. हर चुनौती के हिसाब से हम रणनीति बनाते हैं और सफल होते हैं. संगठन और सरकार के सामूहिक प्रयास से चुनौतियों को पार पाया जाता है.
सुधीर चौधरी: इतने बड़े भवन में अकेले रहते हैं, आपका सामान कितना होगा?
योगी आदित्यनाथ: इस आवास में मेरा कोई निज़ी सामान नहीं है, जो पहना है वही मेरा सामान है. हमें ना आने की ख़ुशी होती है और ना ही जाने की ख़ुशी होती है लेकिन हम 2022 में जीतेंगे. अखिलेश की पैकिंग पहले ही हो चुकी है, इसलिए उन्हें पैकिंग की ज़रूरत नहीं है.
सुधीर चौधरी: यूपी की जनता के लिए आप कितने उपयोगी हैं?
योगी आदित्यनाथ: 2017 के पहले यूपी में क्या स्थिति थी और 2017 के बाद क्या स्थिति उभरी है, ये सभी के सामने है. 2017 के पहले पीएम आवास योजना को लेकर तत्कालीन सरकार को कोई रूचि नहीं थी. 2017 के बाद हम 43 लाख ग़रीबों को एक एक आवास उपलब्ध करा चुके हैं. ग्रामीण क्षेत्र में हर गांव में एक एक सामुदायिक शौचालय बना है.
कोरोना प्रबंधन यूपी की देश के अंदर बेहतरीन रहा, WHO और नीति आयोग ने इसकी सराहना की, पीएम मोदी का भी मार्गदर्शन मिलता रहा. 1947 से लेकर 2017 तक यूपी में कुल 12 मेडिकल कॉलेज थे, आज यूपी में 59 ज़िलों में मेडिकल कॉलेज है. यूपी में हेल्थ इंफ़्रा को मज़बूत किया गया. आज यूपी के हर ज़िले में ICU है. 2017 के पहले केन्द्र सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं में पीछे था. 2017 के बाद केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में यूपी नंबर 1 या नंबर 2 पर रहा.
आज यूपी में 6 एक्सप्रेस वे बन रहे हैं. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के मुख्य मार्ग को हम दिसंबर अंत तक यातायात के लिए खोल देंगे. बलिया लिंक एक्सप्रेस वे पर काम चल रहे हैं. 2017 से पहले बिजली देने में भेदभाव किया जाता था. यूपी के सभी 75 ज़िलों में समान बिजली दी जा रही है. यूपी में आज 10 एयरपोर्ट चल रहे हैं. अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा है.
हमने 5 साल काम किया है, इसलिए हम उपयोगी हैं. हम उनके लिए अनुपयोगी हैं, जो दंगे कराते थे. यूपी में खनन माफिया और पेशेवर अपराधी हावी थे. माफिया लोगों के लिए ये सरकार अनुपयोगी है. प्रदेश की बेटियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वालों के लिए हम अनुपयोगी है. लेकिन हम 25 करोड़ जनता के लिए उपयोगी हैं.
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