हमारे लिये 'लिटमस टेस्ट' की तरह होंगे 2017 के विधानसभा चुनाव: अखिलेश यादव
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हमारे लिये 'लिटमस टेस्ट' की तरह होंगे 2017 के विधानसभा चुनाव: अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनकी सरकार द्वारा शुरुआती तीन वर्षों में किये गये कार्यो को ‘बेहतरीन’ करार देते हुए आज कहा कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव उनके लिये ‘लिटमस टेस्ट’ की तरह होंगे।

हमारे लिये 'लिटमस टेस्ट' की तरह होंगे 2017 के विधानसभा चुनाव: अखिलेश यादव

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनकी सरकार द्वारा शुरुआती तीन वर्षों में किये गये कार्यो को ‘बेहतरीन’ करार देते हुए आज कहा कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव उनके लिये ‘लिटमस टेस्ट’ की तरह होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा, पिछले तीन साल के दौरान हमारी सरकार ने बेहतरीन काम किया है। हालांकि सुधार की सम्भावना तो हमेशा रहती है। हम विधानसभा चुनाव के लिये पूरी तरह तैयार हैं। ये चुनाव हमारे लिये लिटमस टेस्ट की तरह होंगे। मुझे भरोसा है कि हमारी सरकार के कामकाज के आधार पर जनता विधानसभा चुनाव में हम पर फिर विश्वास करेगी। उन्होंने कहा कि मार्च 2012 में उनकी सरकार ने बहुत बिगड़े हालात में काम शुरू किया था। उस वक्त लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल रही थीं। बिजली व्यवस्था की हालत बहुत खराब थी। बसपा की पिछली सरकार में तो पूरे तंत्र का ही भट्ठा बैठ चुका था।

अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार ने सत्ता में आते ही प्रदेश के चौतरफा विकास की योजना तैयार की। हमारी कोशिश रही कि उस विकास से समाज के हर वर्ग खास तौर से दबे-कुचलों को फायदा हो। प्रमुख उद्योग मण्डल ‘एसोचैम’ के अध्ययन ‘उत्तर प्रदेश इंचिंग टुवर्डस डबल डिजिट ग्रोथ’ का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2012-13 और 2013-14 में उत्तर प्रदेश की विकास दर देश की विकास दर से ज्यादा रही।

कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर प्रदेश की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने कहा, सपा सरकार एक धर्मनिरपेक्ष सरकार है और वह यह सुनिश्चित करेगी कि प्रदेश का माहौल हर हाल में धर्मनिरपेक्ष रहे। प्रदेश में किसी को भी माहौल खराब करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। पुलिस बल की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी पुलिस बेहद मुश्किल परिस्थितियों में काम करती है लेकिन उसके प्रयासों को कोई नहीं सराहता। चाहे वह कितनी ही ईमानदारी से काम क्यों ना करे।

मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य सरकार ने प्रदेश में पुलिस को स्वतंत्र और जिम्मेदार तरीके से काम करने के उद्देश्य से सहयोग किया है। हम पुलिस बल की कमी दूर करने के लिये भर्तियां भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पुलिसिंग व्यवस्था को चुस्त करने के लिये अत्याधुनिक कंट्रोल रूम बनवाने शुरू किये हैं। इसकी शुरुआत लखनउ से की गयी है। अपराधियों पर नजर रखने के लिये सर्विलांस की व्यवस्था की गयी है। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में नजर रखने के लिये ड्रोन का प्रयोग शुरू किया गया है। कुल मिलाकर प्रदेश की कानून-व्यवस्था अच्छी है।

अखिलेश ने दावा किया कि प्रदेश में पिछले कई सालों से कोई भी साम्प्रदायिक दंगा नहीं हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जनकल्याण के लिये शुरू की गयी योजनाओं के बारे में आम जनता से ही प्रतिक्रिया ली जाती है, ताकि वास्तविकता का पता लग सके। यह पूछे जाने पर कि मुख्यमंत्री के रूप में अपने तीन साल के कार्यकाल में उन्हें किसी तरह का मलाल है, अखिलेश ने कहा अब तक ऐसा कुछ नहीं हुआ। मेरा अनुभव बहुत संतोषजनक रहा। अपने कार्यकाल के अंत तक यह सरकार प्रदेश में विकास और खुशहाली के नये युग की शुरुआत कर चुकी होगी।

 

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