अलीगढ़ हत्या मामला: मुख्य आरोपी का भाई और बीवी गिरफ्तार, SIT के हाथ लगा ये अहम सुराग
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अलीगढ़ हत्या मामला: मुख्य आरोपी का भाई और बीवी गिरफ्तार, SIT के हाथ लगा ये अहम सुराग

अलीगढ़ के एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया इस मामले पर अब तक चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है. पुलिस का कहना है कि इन दोनों को भी इस हत्या के बारे में जानकारी थी. 

मुख्य आरोपी जाहिद के भाई मेंहदी हसन.

नई दिल्ली: अलीगढ़ में ढाई साल की मासूम बच्ची की हत्या के मामले शनिवार (08 जून) को पुलिस ने घटना में शामिल दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने मुख्य आरोपी जाहिद के भाई मेंहदी हसन और जाहिद की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक, बच्ची के शव में जाहिद की पत्नी का दुपट्टा मिला था. इसके साथ ही SIT को जांच में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं.

फ्रिज में रखा था शव !
पुलिस को शक था कि आरोपी ने घर में ही बच्ची की लाश को रखा था. एसआईटी ने जांच करते हुए आरोपी के घर का ताला तोड़ा और तलाशी शुरू की. पुलिस ने आरोपी के घर का फ्रिज देखा. फ्रिज को देखकर लग रहा था कि उसे एक-दो दिन पहले ही साफ किया गया है. पुलिस ने पहले भी ये शक जताया था कि आरोपियों ने शव को नमी वाली जगह पर या फिर फ़्रिज में रखा था.

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मुख्य आरोपी की पत्नी को थी हत्या का जानकारी
अलीगढ़ के एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया इस मामले पर अब तक चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है. दो पहले गिरफ्तार हुए थे. अब मेहंदी और जाहिद की पत्नी शाहिस्ता को गिरफ्तार किया है. ज़ाहिद की पत्नी का दुपट्टा से बच्ची की डेडबॉडी को लपेटा गया था और पुलिस का कहना है कि उसे भी इस हत्या के बारे में जानकारी थी. 

रासुका के तहत मामला दर्ज
यूपी सरकार ने गिरफ्तार दो आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मामला दर्ज किया है. इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में स्थानांतरित करवाने का भी फैसला लिया गया है. सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह निर्णय योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा लिया गया है.

पैसों का लेनदेन बना बवाल 
25 से 26 मई को टप्पल इलाके में बच्ची के घर के पास जाहिद और पैसे दिलवाने वाले बिचौलिए के साथ पैसों को आपस में बहस हो रही थी, तभी बच्ची का दादा भी वहां से निकल रहा था, फिर तीनों के बीच पैसों को लेकर बात हुई, फिर बाद इतनी ज्यादा बढ़ गई की जाहिद ने बच्ची के दादा को धमकी देते हुए देख लेने की बात कही. 

30 मई खेलते-खेलते गायब हुई थे मासूम
30 मई को सुबह 8 बजे बच्ची अपने घर से 10-20 कदम की दूरी पर खेल रही थी, तभी अचानक गायब हो गई.  बच्ची के परिजनों ने उसे ढूंढा, लेकिन बच्ची नहीं मिली. मंदिर और मस्जिद से अनोउंसमेन्ट भी करवाया गया. लेकिन फिर भी कोई जानकारी नहीं आई. 12 बजे तक जब बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला, तो परिजन टप्पल थाने पहुंचें. पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया ये कहकर मामला रफादफा कर दिया कि बच्ची आपकी मिल जाएगी, आप हमारा नम्बर ले कुछ भी हो तो बता देना. 

कुत्ते नोंच रहे थे लाश
ये सुनकर बच्ची के परिवार के लोग घर आ गए लेकिन 24 घंटे के बाद भी जब बच्ची का सुराग नहीं लगा, तो 31 मई को शाम तकरीबन 4 बजे पुलिस ने आईपीसी की धारा 363 अपहरण का केस दर्ज किया, फिर 2 जून को सुबह तक़रीबन 7 बजे आरोपी ज़ाहिद के घर के सामने खाली पड़ा प्लॉट जहां लोग कूड़ा फेंकते हैं, वहां से एक महिला सफाई कर्मचारी माया वहां से कूड़ा ले रही थी, तभी उसने देखा की एक डेडबॉडी को तीन कुत्ते नोंच रहे हैं.

बच्ची के इनर से परिजनों ने पहचाना
ऐसे देखते ही महिला कर्मचारी ने शोर मचा दिया. लोग इकठ्ठा हो गए. बच्ची के परिवार के लोग भी आ गए. बच्ची के परिजनों इनर को देखकर पहचान लिया. जाहिद के घर के बाहर बच्ची के मिलने के बाद परिवार का शक जाहिद पर गया और लोगों के जमा होने के बाद वह भागने की कोशिश कर रहा था, परिवार वालों ने उसे मौके से पकड़ लिया और पुलिस को जानकारी दी. 

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मौके पर से ही आरोपी को दबोचा
पुलिस ने जाहिद को मौके से पकड़ा, फिर उससे पूछताछ के बाद उसके दोस्त असलम को भी पकड़ लिया. पुलिस ने दोनों को चार जून को गिरफ्तार किया. आरोपी जाहिद ने बताया की उसने बच्ची को 30 मई को किडनैप करने के बाद उसे असलम घर ले गया और भूसे वाले कमरे में ले जाकर उसे मार दिया. फिर 1 मई की देर शाम को बच्ची को जाहिद ने असलम के घर से बच्ची को लिया और सामने वाले खाली खण्डर मकान में डाल दिया और फिर 2 मई की सुबह बच्ची को डेड बॉडी बरामद हुई.

पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड 
इस पूरे मामले में अगर पुलिस लापरवाही नहीं बरतती तो बच्ची की जान बच सकती थी. मामले के तूल पकड़ते ही पुलिस अधिकारी ने पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया. वहीं, पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया की बच्ची को गला दबाकर हत्या की गई और कोई रेप नहीं हुआ. लेकिन पीएम रिपोर्ट में ये लिखा है की बच्ची के साथ बहुत बुरा सलूक किया गया उसका हाथ भी कटा हुआ है. आरोपी जाहिद पर कोई प्रीवियस क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है, लेकिन मोहम्मद असलम पर पहले ही दो केस दर्ज है. दोनों आरोपी के परिवारवाले अब फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. 

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