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Ayodhya: 42 फुट ऊंचा.. 5500 किलो वजनी, राम मंदिर के शिखर पर लहराया भव्य ध्वज दंड; हैरान कर देंगी ये तस्वीरें

Ram Mandir Flag Pole: अयोध्या में रामलला का मंदिर की भव्यता अब और बढ़ गई है. मंदिर के शिखर पर मंगलवार को विशाल ध्वज दंड स्थापित किया गया. इसके स्थापित होते ही अयोध्या की पवित्र धरती पर एक और ऐतिहासिक अध्याय जुड़ गया है. इस ध्वज दंड की खासियत जानकर भक्त हैरान हैं. यह 42 फुट लंबा होने के साथ 5500 किलो वजनी है. मुख्य शिखर पर इसके सजते ही राम मंदिर की आभा में और बढ़ोतरी हो गई है. आइये आपको इसकी हैरान कर देने वाली तस्वीर दिखाते हैं...

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राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अनुसार ध्वज दंड की स्थापना का कार्य मंगलवार की सुबह 6:30 बजे शुरू हुआ. वैदिक मंत्रोच्चार और विशेष पूजा-अर्चना के साथ डेढ़ घंटे के भीतर यह पवित्र कार्य संपन्न हो गया. इस आयोजन में पुरोहितों और वैदिक विद्वानों ने विशेष अनुष्ठान किए. जिससे पूरे मंदिर परिसर में एक आध्यात्मिक वातावरण बना रहा.

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मंदिर के मुख्य शिखर पर लगाया गया यह ध्वज दंड साधारण नहीं बल्कि विशेष रूप से डिजाइन किया गया है. इसकी ऊंचाई 42 फुट है और इसे इस तरह तैयार किया गया है कि दूर से ही इसकी छटा भक्तों को अपनी ओर खींचे. इंजीनियरों, वास्तुविदों और कारीगरों की एक कुशल टीम ने इसे तैयार करने में दिन-रात मेहनत की है ताकि यह राम मंदिर की भव्यता और दिव्यता के अनुरूप हो. रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस ध्वज दंड का वजन 5500 किलो है.

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चंपत राय ने कहा कि ध्वज दंड केवल एक संरचना नहीं है.. यह आने वाली पीढ़ियों के लिए आस्था-परंपरा और गौरव का प्रतीक बनेगा. यह मंदिर भारतीय सनातन संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता है. जिसमें भगवान राम की मर्यादा, नीति और भक्ति की झलक मिलती है. राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण कार्य वर्ष 2020 में शुरू हुआ था और अब यह अपने अंतिम चरण में है. मंदिर का गर्भगृह और मुख्य संरचना पहले ही बनकर तैयार हो चुकी है. अब बाहरी स्वरूप को अंतिम रूप दिया जा रहा है. ध्वज दंड की स्थापना से यह स्वरूप और भी निखर उठा है.

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ध्वज दंड स्थापना के दौरान अयोध्या में मौजूद श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिला. सुबह से ही लोग मंदिर परिसर के बाहर जुटने लगे थे. कुछ श्रद्धालुओं ने इस अवसर को अपनी आंखों से देखने को सौभाग्य बताया. लोगों ने कहा कि यह क्षण भगवान राम की महिमा और भक्ति की ऊंचाई का प्रतीक है. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सभी भक्तों से अपील की है कि वे दर्शन के लिए मंदिर में अनुशासित और व्यवस्थित ढंग से आएं. साथ ही मंदिर परिसर की पवित्रता बनाए रखें. ट्रस्ट का कहना है कि श्रद्धालुओं के सहयोग से ही इस भव्य मंदिर का वातावरण भक्तिपूर्ण बना रहेगा.

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ध्वज दंड की स्थापना के साथ अयोध्या में सिर्फ एक धार्मिक प्रतीक नहीं जुड़ा बल्कि यह इस बात का संकेत भी है कि राम मंदिर अब पूर्णता की ओर बढ़ रहा है. यह न केवल देशवासियों की आस्था का केंद्र बन चुका है बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारत की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बन रहा है.

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