शक्ति परीक्षण के बाद हरीश रावत बोले- हमें बहुमत मिलने का पूरा भरोसा है
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शक्ति परीक्षण के बाद हरीश रावत बोले- हमें बहुमत मिलने का पूरा भरोसा है

उत्तराखंड में पिछले पौने दो महीने से चली आ रही राजनीतिक उठापटक के बीच सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर मंगलवार को राज्य विधानसभा में शक्ति परीक्षण करवाया गया। इस शक्ति परीक्षण के बाद हरीश रावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमें बहुमत मिलने का पूरा भरोसा है। विधानसभा में मत डालने के बाद खुशी से भरे रावत ने कहा कि उत्तराखंड पर मंडरा रहे अनिश्चितता के बादल बुधवार को छंट जाएंगे।

शक्ति परीक्षण के बाद हरीश रावत बोले- हमें बहुमत मिलने का पूरा भरोसा है

देहरादून : उत्तराखंड में पिछले पौने दो महीने से चली आ रही राजनीतिक उठापटक के बीच सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर मंगलवार को राज्य विधानसभा में शक्ति परीक्षण करवाया गया।

इस शक्ति परीक्षण के बाद हरीश रावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमें बहुमत मिलने का पूरा भरोसा है। विधानसभा में मत डालने के बाद खुशी से भरे हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड पर मंडरा रहे अनिश्चितता के बादल बुधवार को छंट जाएंगे। रावत ने विधानसभा से बाहर निकलने के बाद कहा- थैंक्‍यू वेरी मच। उन्‍होंने सुप्रीम कोर्ट और जनता का शुक्रिया जताया। माथे पर ‘तिलक’ लगाए रावत ने शक्ति परीक्षण से पहले भरोसा जताया कि वह आसानी से विश्वास मत जीत जाएंगे।

रावत ने कहा कि हमें बहुमत मिलने का विश्‍वास है। अब कोर्ट से नतीजों के ऐलान का इंतजार है। कल सबकुछ साफ हो जाएगा। उत्‍तराखंड के ऊपर मंडरा रहे अनिचितता के बादल छंट जाएंगे। वहीं, कांग्रेस विधायक मदन बिष्‍ट ने दावा किया कि हमारे पक्ष में 33 वोट पड़े हैं। हरीश रावत उत्तराखंड विधानसभा में बहुमत हासिल करते प्रतीत होते हैं।

 

दूसरी ओर, भाजपा विधायक ने कहा कि 61 सदस्यीय सदन में उनके पक्ष में केवल 28 मत पड़े। गौर हो कि शक्ति परीक्षण से पहले उच्चतम न्यायालय ने कांग्रेस के अयोग्य ठहराए गए नौ विधायकों को इससे दूर रखने का निर्देश दिया था।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उत्तराखंड विधानसभा में मंगलवार को शक्ति परीक्षण भारी सुरक्षा व्यवस्था में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, जहां अध्यक्ष को छोड़कर बाकी सभी 61 विधायकों ने हाथ उठाकर अपदस्थ मुख्यमंत्री हरीश रावत की ओर से रखे गये विश्वास मत पर अपना वोट दर्ज कराया।

इस बहुप्रतीक्षित शक्ति परीक्षण के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों पक्षों के विधायकों ने संकेत दिया कि अपदस्थ मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विश्वास मत पर संभवत: विपक्षी 28 के मुकाबले 33 मतों से बाजी मार ली है। वोट डालकर बाहर निकले कांग्रेस और भाजपा विधायकों के रुख से ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस के पक्ष में 33 और भाजपा के पक्ष में 28 मत पड़े हैं। कांग्रेस और भाजपा दोनों के विधायकों ने कहा कि दोनों दलों के एक-एक विधायक ने क्रॉस वोट किया। घनसाली से भाजपा विधायक भीम लाल आर्य ने रावत के विश्वास मत के समर्थन में मत दिया, वहीं सोमेश्वर से कांग्रेस विधायक ने विश्वास मत के विरोध में वोट दर्ज कराया।

विधानसभा में शक्ति परीक्षण के बाद मुस्कराते हुए बाहर निकले पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने हालांकि इस बारे में कुछ भी स्पष्ट करने से इंकार कर दिया और कहा कि शक्ति परीक्षण कराने के लिये वह उच्चतम न्यायालय के बहुत आभारी हैं।

प्रमुख सचिव (विधायी और संसदीय कार्य) जयदेव सिंह की निगरानी में करीब एक घंटे चली विधायकों के मतदान की प्रक्रिया को एक सीलबंद लिफाफे में उच्चतम न्यायालय भेजा जा रहा है जहां उसके परिणाम के बारे में बुधवार को खुलासा किया जाएगा।

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