पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी कमला नगर और दयालबाग क्षेत्र के रहने वाले हैं. रविवार रात को गिरोह का एक सदस्य मोबाइल के लिए सिम खरीदने जा रहा था. जिसको पुलिस ने धर दबोचा.
Trending Photos
शोभित चतुर्वेदी\आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से अपहरण और हत्या का दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है. थाना न्यू आगरा क्षेत्र अंतर्गत बदमाशों द्वारा 21 जून को अगवा किये गए युवक सचिन चौहान को बल्केश्वर घाट पर जला दिया. जानकारी होने पर जहां परिवार में कोहराम मचा हुआ है, वहीं पुलिस ने इस दुस्साहसिक वारदात के बाद ताबड़तोड़ दबिशें देकर पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.
दूसरे के नाम से एंट्री करा पीपीई किट में जला दी लाश
एसएसपी आगरा ने बताया कि मुख्य आरोपी सुमित सहित पांच आरोपियों को दबोच लिया गया है. ये सभी आरोपी मृतक सचिन के दोस्त थे. अपराधी इतने शातिर निकले कि उन्होंने श्मशानघाट पर मृतक को पीपीई किट में जला दिया और पहचान छुपाने के किये शमशान घाट पर अरुण वर्मा के नाम से एंट्री की.
गाजियाबाद में बदमाशों ने एक ही परिवार के 4 लोगों को मारी गोली, बाप और 2 बेटों की मौत, पत्नी घायल
पिता के साथ करता था ठेकेदारी
मूलरूप से बरहन के गांव रूपधनु निवासी सुरेश चौहान दयालबाग के जय रामबाग में रहते हैं. उनका कोल्ड स्टोर है. उनका बेटा सचिन भी पिता के साथ ठेकेदारी और कोल्ड स्टोर का काम देखता था. 21 जून की दोपहर करीब साढ़े 3 बजे वह लोअर और टीशर्ट में घर से निकला था. मां अनीता से कहा था कि कुछ देर में आ रहा हूं. इसके बाद लापता हो गया. परिजनों ने उसकी तलाश की. लेकिन, वह कहीं नहीं मिला. इस पर दूसरे दिन थाना न्यू आगरा में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी गई और पुलिस ने सचिन की तलाश शुरू कर दी.
मैनपुरी पलायन मामले में 6 आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज, 4 भेजे गए जेल
22 जून को दर्ज कराई गई रिपोर्ट
22 जून तक सचिन की उसके दोस्तों, परिचितों और रिश्तेदारी में खोज की गई. लेकिन, उसका कोई सुराग नहीं लगा. पिता सुरेश चौहान ने 22 जून को रात 12 बजे थाना न्यू आगरा में अपने लापता बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. पुलिस ने सचिन को ढूंढने के लिए एक स्पेशल टीम का गठन भी किया था.
तांत्रिक ने की हैवानियत की हदें पार, भूत भगाने के नाम पर लड़की को अगरबत्ती से दागा, बेल्ट से भी पीटा
ऐसे गिरफ्तार हुआ गिरोह का सदस्य
पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी कमला नगर और दयालबाग क्षेत्र के रहने वाले हैं. रविवार रात को गिरोह का एक सदस्य मोबाइल के लिए सिम खरीदने जा रहा था. जिसको पुलिस ने धर दबोचा. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी पैसे की लेनदेन की बात कह रहे है.
भेद खुलने के डर से दोस्त ने कर दी हत्या
पुलिस की माने तो गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है. उनका कहना है कि सचिन को 2 करोड़ की फिरौती के लिए अगवा किया गया था. लेकिन, सचिन ने अपने मित्र सुमित को पहचान लिया था. वह एक बड़े कारोबारी का बेटा है. उसकी दोस्ती सचिन से थी. भेद खुलने के डर से सचिन की गला दबाकर हत्या कर दी थी और उसके शव को पीपीई किट में रख कर बल्केश्वर घाट पर जला दिया गया था.
WATCH LIVE TV