यमुना नदी में सैर के साथ ताजमहल का दीदार, टूरिस्टों को सैर कराएगा क्रूज, आगरा किला से मुगल गार्डन भी देख पाएंगे
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यमुना नदी में सैर के साथ ताजमहल का दीदार, टूरिस्टों को सैर कराएगा क्रूज, आगरा किला से मुगल गार्डन भी देख पाएंगे

Yamuna River Cruise: आने वाले समय में आप क्रूज पर बैठकर ताजमहल को निहार सकेंगे.  आगरा में यमुना नदी में ताजमहल से कैलाश मंदिर तक क्रूज सेवा शुरू करने की योजना है. 

 Yamuna River Cruise (AI Photo)
Yamuna River Cruise (AI Photo)

cruise in yamuna : वाराणसी और मथुरा के बाद अब आगरा में यमुना नदी में क्रूज चलेगा. आगरा में यमुना नदी में क्रूज पर्यटन की शुरुआत होने जा रही है. यमुना नदी में ताजमहल से प्राचीन कैलाश महादेव मंदिर तक क्रूज चलाया जाएगा. जिसके बाद आप क्रूज पर बैठकर इसका आनंद ले सकेंगे. यह परियोजना शहर के पर्यटन को बढ़ावा देने और यमुना नदी के सौंदर्य को बढ़ाने के लिए बनाई गई है. इस योजना की डीपीआर बनाने के लिए कंसलटेंट नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.

कैलाश मंदिर तक क्रूज का सफर
ताजमहल से कैलाश मंदिर तक यमुना में क्रूज के सफर का आनंद उठाया जा सकेगा. इसके लिए डीपीआर बनाने का काम जल्द शुरू कर दिया जाएगा. केंद्र सरकार के पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने यह जानकारी केंद्रीय राज्यमंत्री और सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल को दी है.  केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बताया कि भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) ने ताजमहल से प्राचीन कैलाश महादेव मंदिर तक यमुना नदी (एनडब्ल्यू-110) के साथ अंतरदेशीय जलमार्ग के संभावित विकास के लिए सर्वेक्षण किया है.

क्रूज सर्किट विकसित करने की संभावनाएं
इस खंड में यमुना नदी की चौड़ाई 250 से 350 मीटर है.  नदी के दोनों ओर मजबूत तट मौजूद हैं. यमुना नदी के किनारे प्रमुख पर्यटक आकर्षण और आवासीय क्षेत्र हैं. पहले चरण में जेटी और तट किनारे की सुविधाएं स्थापित करने और क्रूज सर्किट विकसित करने की संभावनाएं हैं. इस खंड में ताजमहल से 5-6 किलोमीटर के अंदर सभी पर्यटन स्थल और स्मारक मौजूद हैं. कैलाश मंदिर जलमार्ग से 38 किलोमीटर ऊपर है.  उन्होंने बताया कि आईडब्ल्यूएआई आगरा में एनडब्ल्यू-110 (यमुना नदी) पर ताजमहल और कैलाश मंदिर के बीच नदी क्रूज और नौका सेवाओं की संभावना तलाशने और उन्हें बढ़ावा देने के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए कंसलटेंट की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर चुका है. 

देख सकेंगे 16वीं और 17वीं सदी में बने स्मारक 
पहले चरण के सर्वेक्षण में ताजमहल से लेकर रामबाग स्मारक के बीच क्रूज की संभावनाएं बेहतर मानी गईं. इस हिस्से में ताजमहल, महताब बाग, ग्यारह सिड्डी, आगरा किला, ताज कॉरिडोर पर बना मुगल गार्डन, एत्माउदद्दौला, चीनी का रोजा, रामबाग, जोहराबाग, जसवंत सिंह की छतरी, 32 खंभा समेत अन्य स्मारक हैं. क्रूज चलने से पर्यटक 16वीं और 17वीं सदी में बने स्मारक भी देख सकेंगे.

रिवरफ्रंट की योजना को मिलेगा बल
बता दें कि पर्यटन विभाग ने ताजमहल से लेकर रामबाग के बीच ही रिवरफ्रंट बनाने की योजना बनाई है. ऐसे में अगर पहले चरण में ताजमहल से रामबाग तक या कैलाश मंदिर तक क्रूज चलता है, तो आगरा के लोगों का पुराना ख्वाब पूरा हो सकेगा. बता दें कि 6 साल पहले 2019 में जब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आगरा आए थे, तब उन्होंने यमुना नदी में क्रूज चलाने का वादा किया था.

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