Etah News: एटा जिले में जूता चुराई की रस्म मजाक की जगह विवाद में बदल गई. यही नहीं बात यहां तक बिगड़ गई कि दूल्हे को बिना दुल्हन के ही वापस लौटना पड़ा. मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.
Trending Photos
अरुण सिंह/एटा: शादियों में जूता चुराई की रस्म में साली और जीजा के बीच मीठी नोकझोंक तो आम बात है लेकिन एटा जिले से आया एक मामला इससे कहीं आगे बढ़ गया. जूता चुराई की रस्म मजाक की जगह विवाद में बदल गई. यही नहीं बात यहां तक बिगड़ गई कि दूल्हे को बिना दुल्हन के ही वापस लौटना पड़ा. मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.
जुता चुराई रस्म पर बिगड़ा मामला
एटा जिले के थाना राजा का रामपुर क्षेत्र के गांव लुहारी गवी में शनिवार को दोपहर भिटौना जनपद कासगंज से धूमधाम से बारात पहुंची थी. जिसपर लड़की पक्ष ने धूमधाम से लड़का पक्ष की आव भगत की और खाना खिलाया. इसके बाद मौलवी की उपस्थित में निकाह पढ़ा गया और निकाह की रस्म अदा की गई लेकिन जूता चुराई की रस्म में साली और जीजा में विवाद शुरू हो गया. विवाद इतना बढ़ गया की पूरी रात दोनों पक्षों में पंचायत चलती रही. फिर आधी रात को ग्रामीणों ने पुलिस को भी सूचना दी लेकिन पुलिस भी मध्यस्थता नहीं कर पाई. शाम बारात को बिना दुल्हन के वापस लौटना पड़ा.
लड़की के पिता का क्या कहना?
लड़की के पिता लाल मोहम्मद ने बताया कि उन्होंने शादी की सभी रस्में अदा कीं. निकाह के बाद सलामी के दौरान जिसमें लड़की को गिफ्ट देते हैं और जूता चुराई की रस्म की जाती है, जहां हमारी छोटी लड़की ने जूता चुराया और दामाद तालिब से जूता चुराई के रुपये मांगे. जिस पर लड़के ने 200 रुपए लड़की को दिए. लड़की ने 1000 रुपए मांगे तो लड़के के पिता शाकिब खान ने लड़की का हाथ पकड़ कर कहा कि जूता इसके पैरों में पहना तब रुपए मिलेंगे.
लड़की के पिता के मुताबिक, इसके बाद दूल्हे की माँ ने कमेंट कर दिया कि लड़की को हम कार की डिक्की में बंद कर यहां से ले जायेंगे. इसी बीच लड़के की बहन ने कहा कि लड़की को घर ले जाकर काटेंगे. जिससे हम डर गए और हमने विदा नहीं की. पिता ने बताया कि हमने बारातियों की बहुत खातिरदारी की, 2 लाख रुपये का सामान दहेज़ में दिया. उन्होंने बताया कि इस बीच लड़के वाले पुलिस ले आये और दबाव बनाया. इसको लेकर पंचायत भी हुई लेकिन फिर भी बात नहीं बनी.
दूल्हे के पिता का क्या कहना?
दूल्हे तालिब के पिता शाकिब खान ने बताया, "रस्मों को लेकर आपस में कहासुनी हो गई थी. जूता चुराई की रस्म पर मुझसे गलती हो गई. जिसमें मैंने लड़की को कह दिया कि जूता पैर में डाल दो. हमने बाबूजी के हांथ पैर भी जोड़ लिए और माफ़ी भी मांग ली. लेकिन उन्होंने एक ही जिद पकड़ ली कि अब हम विदा नहीं करेंगें. हम कल से यहीं पड़े हैं विदा के चक्कर में."
क्या बोली दुल्हन?
दुल्हन ने कहा, "मेरे पिता ने लड़के के पिता को 8 बकरे दिये थे. लेकिन उन्होंने कहा कि पहले हमें 4 पहिया की गाड़ी दो. इसके बाद बोले कि हमने 3 लाख रुपये का सामान दिया है वो वापस करो. बाद में उन्होंने बोला कि हम डिक्की में डालकर लड़की को लें जायेंगे और मार डालेंगे. अब वो हमारा सामान दे दें. हम नहीं जाना चाहते."