Who is Smallest Person of UP: अक्सर लोगों के मन में सबसे छोटा क्या है? सबसे बड़ा क्या है? ऐसे ही तमाम प्रश्न आते रहते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा आदमी कौन है.
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Amethi News: सबसे बड़ा जानवर व्हेल मछली है और सबसे छोटा जानवर मिक्सोबोलस शेकेल को माना जाता है. मिक्सोबोलस शेकेल एक जेलीफ़िश का एक प्रकार है. यह 8.5 माइक्रोन से भी छोटा होता है, जो इसे पृथ्वी पर सबसे छोटा जानवर बनाता है. खैर ये तो पूरी दुनिया में सबसे छोटे और सबसे बड़े की बात है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में सबसे छोटा इंसान कौन है और कहां रहता है.
यूपी के अमेठी में रहने वाला रमजान अली प्रदेश का सबसे छोटा आदमी माना जाता है. रमजान की उम्र 28 साल हो चुकी है लेकिन उसकी लंबाई 28 इंच यानी ढाई फीट भी नहीं है. 28 साल के रमजान की लंबाई मात्र 25 इंच है यानी 2 फीट से बस एक इंच ज्यादा. जो भी रमजान को पहली बार देखता है उसे लगता है यह कोई तीन-चार साल का बच्चा है. और जब उसे हकीकत पता लगती है तो वह रमजान को देखता ही रह जाता है. अपने छोटे कद की वजह से रमजान की जवानी भी बचपन की तरह गुजर रही है. 28 साल होकर भी रमजान कभी अपनी मां की गोद में चढ़े दिखते हैं तो कभी अपने पिता के कंधे पर बैठे दिखते हैं.
कहां और कब जन्मे रमजान अली
रमजान अली के यूपी के अमेठी जिले के जामौ थाना क्षेत्र के पूरे सुब्बा पांडे रेसी गांव के रहने वाले हैं. 1 जनवरी 1997 को सिराज अली के घर किलकारी गूंजी और रमजान अली का जन्म हुआ. इस अवसर पूरे मोहल्ले में मिठाई बांटी गई और मोहल्ले वालों ने सिराज को बाप बनने की बधाई दीं. बच्चे का नाम रखा गया रमजान अली. शुरू में तो सब ठीक ही लग रहा था लेकिन 5 साल की उम्र के बाद भी जब रमजान की लंबाई नहीं बढ़ी तो माता-पिता को थोड़ा अजीब लगा. उन्हें लगा कि रमजान हो सकता है किशोर अवस्था का आखिरी बरसों में बढ़ें. लेकिन समय बीतता रहा और अब 28 साल के बाद भी रमजान मात्र 25 इंच के हैं.
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सरकार और प्रशासन से शिकायत
रमजान अली का आधार कार्ड भी बन चुका है और उन्हें प्रदेश का सबसे छोटी कद-काठी का आदमी माना जाता है और पूरे प्रदेश में मशहूर हैं. लेकिन यह मशहूरियत किसी काम की नहीं है. कद छोटा होने की वजह रमजान रोजमर्रा के कई काम कर पाने में खुद को अक्षम पाते हैं. रमजान कहते हैं कि 28 साल का होने पर भी मैं माता पिता पर ही निर्भर हूं. मेरे पिता किसानी खेती करते हैं. और वो कब तक मेरा खर्चा उठाएंगे, मुझे सरकार से मदद मिलनी चाहिए.