Ghaziabad News: गाजियाबाद से अलीगढ़ एनएच 34 पर 6 नए अंडरपास बनाए जाएंगे, ताकि इस हाईवे पर चलने वालों का सफर सुगम, सुरक्षित और फर्राटेदार हो सके. क्योंकि अभी सिकंदाराबाद औद्योगिक क्षेत्र और दूसरे कई जगहों पर स्थानीय लोगों की आवाजाही से कभी-कभी जाम लग जाता है तो वहीं दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं.
Trending Photos
Ghaziabad News: गाजियाबाद से अलीगढ़ तक नेशनल हाईवे-34 पर 350 करोड़ रुपये की लागत से छह अंडरपास बनाए जाएंगे. इस परियोजना के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने स्थानों का चयन कर प्रस्ताव पारित कर दिया है. जल्द ही टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा. अंडरपास बनने से वाहन चालकों को सुगम और सुरक्षित सफर का लाभ मिलेगा, साथ ही यात्रा का समय भी कम होगा.
हादसों से मिलेगी निजात
गाजियाबाद के लालकुआं से अलीगढ़ तक करीब 118 किलोमीटर लंबे इस हाईवे पर कई प्रमुख चौराहे हैं, जहां अंडरपास न होने के कारण अक्सर ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जाती है. वाहनों की तेज रफ्तार और सड़क क्रॉसिंग के दौरान हादसों का खतरा भी बना रहता है. खासकर सिकंदराबाद औद्योगिक क्षेत्र और खुर्जा के पॉटरी उद्योग वाले क्षेत्रों में यातायात का दबाव अधिक रहता है.
सिकंदराबाद औद्योगिक क्षेत्र में चार नंबर कट पर अब तक कई गंभीर हादसे हो चुके हैं. यहां से बड़ी संख्या में मजदूर और ट्रक गुजरते हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है. लंबे समय से स्थानीय लोग अंडरपास की मांग कर रहे थे और कई बार धरना-प्रदर्शन भी कर चुके थे.
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इन स्थानों पर बनेंगे अंडरपास
1. सिकंदराबाद: औद्योगिक क्षेत्र में चार नंबर कट और सुखलालपुर तिराहा
2. खुर्जा: कैलाश हॉस्पिटल के पास
3. अलीगढ़: डमकोली मोड़, खेरेश्वर चौराहा और बौनेर चौराहा
अत्याधुनिक तकनीक से होगा निर्माण
परियोजना के तहत अंडरपासों का निर्माण अत्याधुनिक तकनीक से किया जाएगा, जिससे यातायात सुगम और सुरक्षित होगा. निर्माण कार्य के दौरान यातायात प्रबंधन की विशेष योजना बनाई गई है ताकि हाईवे पर यातायात प्रभावित न हो.
हाईवे पर सफर होगा आसान
अंडरपास बनने के बाद हाईवे पर जाम और हादसों में कमी आएगी. यात्रियों को सुरक्षित और तेज यात्रा का अनुभव मिलेगा, जिससे स्थानीय लोगों और औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वालों को भी राहत मिलेगी. परियोजना को जल्द पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि लोग इसका लाभ जल्द से जल्द उठा सकें.