आधार बनाने की शुरुआत मार्च में कैम्प लगाकर की गई थी लेकिन संक्रमण बढ़ने की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया था.
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विशाल रघुवंशी / प्रयागराज: नैनी सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को अपराध के रास्ते से हटाकर रोजगार की ओर ले जाने की कोशिश की जा रही है. जेल में बंद कैदियों के लिए अलग-अलग कार्यशाला चलाकर उनको रोजगार के बारे में बताया जा रहा है. ऐसे में अब कैदियों के लिए डाक विभाग जल्द ही उनके आधार कार्ड जेल में जाकर बनाएगा.
कोरोना संक्रमण थोड़ा कम होते ही ये कैम्प जेल के अंदर लगाया जाएगा. जिन कैदियों का आधार कार्ड नही बना है उनका आधार कार्ड बनाया जाएगा. हालांकि आधार बनाने की शुरुआत मार्च में कैम्प लगाकर की गई थी लेकिन संक्रमण बढ़ने की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया था.
डाक विभाग की योजनाओं का मिलेगा लाभ
प्रवर डाक अधीक्षक संजय डी अखाड़े ने बताया कि डाक विभाग की ओर से कैंप लगाकर इन कैदियों का आधार बनने के बाद सभी कैदियों को डाक विभाग की ओर से संचालित होने वाली योजनाओं का लाभ भी उपलब्ध कराया जाएगा. कैदियों का आधार बनाने का जो खर्चा आएगा उसका वहन जेल प्रशासन करेगा.
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जेल में बंद है 4500 से अधिक कैदी
जेल प्रशासन के मुताबिक तकरीबन 45 सौ से अधिक अलग-अलग मामलों में कैदी जेल में बंद हैं. कैदियों को अपराध के रास्ते से हटाने के लिए तरह तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं. ऐसे में आधार कार्ड न होने की वजह से कई जगह पर उन योजनाओं का लाभ कैदियों को नही मिल पा रहा है.
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