अयोध्या: राम मंदिर निर्माण को लेकर समिति की बैठक संपन्न, लिए गए ये महत्वपूर्ण निर्णय
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अयोध्या: राम मंदिर निर्माण को लेकर समिति की बैठक संपन्न, लिए गए ये महत्वपूर्ण निर्णय

समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र  की अध्यक्षता व राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों की मौजूदगी में हुई बैठक में राम मंदिर की नींव को लेकर अहम फैसला लिया गया है. 

अयोध्या: राम मंदिर निर्माण को लेकर समिति की बैठक संपन्न, लिए गए ये महत्वपूर्ण निर्णय

मनमीत गुप्ता/अयोध्या: राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय अहम बैठक सर्किट हाउस में संपन्न हुई. समिति के चेयरमैन पीएम के पूर्व प्रधान सचिव नृपेन्द्र मिश्र  की अध्यक्षता व राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों की मौजूदगी में हुई बैठक में राम मंदिर की नींव को लेकर अहम फैसला लिया गया है. नींव भरने का काम इंजीनियरिंग फिल्ड मैटेरियल से कराने पर सर्व सम्मति से फैसला लेते हुए हरी झंडी दी गई है.

आगामी तीन वर्षों का मास्टर प्लान तैयार
इसके आलावा आगामी तीन वर्षों का राम मंदिर को लेकर मास्टर पालन भी तैयार किया गया  है. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय ने बताया कि 55 फीट के करीब गहरी राम मंदिर की नींव का निर्माण सितम्बर महीने तक पूरा कर लिया जायेगा. इसके लिए आईआईटी चेन्नई से वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से चर्चा किया गया है.

आईआईटी चेन्नई के विमर्श पर इंजीनियरिंग फिल्ड मैटेरियल में कोई मेजर चेंज किये हुए नींव की भराई का कार्य शुरू कर दिया गया है. 55 फीट गहरी नींव में 1 फिट मोटी 44 लेयर बनाई जाएगी. जिस पर राम मंदिर खड़ा होगा . नींव में 1 लाख 25 हजार घनमीटर बैक फिलिंग का कार्य किया जायेगा. 1 फिट लेयर के लिए दो अलग अलग रोलर का प्रयोग किया जायेगा. 

राजस्थान के तराशे गए पत्थरों से बनेगा राम का मंदिर
मिर्जापुर के पत्थरों को लॉकिंग सिस्टम बनाने के लिए काम शुरू कर दिया गया है. मिर्जापुर के लाल पत्थरों से मंदिर का प्लिंथ का निर्माण होगा. उसके ऊपर राजस्थान के बंशी पहाडपुर के तराशे गए पत्थरों से राम का मंदिर बनेगा. राम जन्मभूमि परिसर में बरसात के पानी को प्रिजर्व कर उसको प्रयोग में लाने का कार्य किया जायेगा. जिससे मंदिर के अन्दर आने वाले भक्तों को पानी की कोई दिक्कत नहीं हो सके. 

मंदिरको इको फ्रेंडली बनाने पर हुई चर्चा
राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में राम मंदिर को इकोफ्रेंडली बनाये जाने के लिए पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए अहम चर्चा की गई. ट्रस्ट के महमंत्री चम्पत राय का कहना है कि मंदिर निर्माण के बाद लगभग 2 लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन करने के लिए आयेंगे. इस बैठक में समिति मंदिर निर्माण कार्य में लगी हुई लार्सन एंड टूब्रो, टाटा कंसल्टेंसी, डिजाइन एसोसिएट के विशेषज्ञ भी शामिल हुए.

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