IPS Vikrant Veer: आईपीएस अफसर विक्रांत वीर के खिलाफ चल रही विभागीय कार्रवाई समाप्‍त हो गई है. साल 2014 बैच के आईपीएस अफसर विक्रांत वीर की वाराणसी कमिश्‍नरेट में डीसीपी पद पर तैनाती के दौरान एक चैट वायरल हो गई थी. इसमें लिखा, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को कहीं सीपी या अलग ब्रांच में भेजो. ये इधर से उधर बहुत कर रहा है. चैट वायरल होने के बाद वह चर्चा में आए थे और उनकी खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए थे. तो आइये हैं यह है पूरा मामला?


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यह है पूरा मामला 
दरअसल, वाराणसी के एक ग्रुप में आईपीएस विक्रांत वीर के अलावा कई प्रशासनिक अफसर और पत्रकार जुड़े हैं. आरोप था कि आईपीएस विक्रांत वीर के मोबाइल से ग्रुप पर 5 मैसेज फारवर्ड किए गए थे. इन मैसेजों में अन्‍य बातों के अलावा लिखा था कि एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को कहीं सीपी या अलग ब्रांच में भेजो. ये इधर से उधर बहुत कर रहा है. इसके बाद संजय प्रसाद और एसपी गोयल सबके सामने मुकुल गोयल और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को फटकार लगी थी. 


कौन हैं आईपीएस विक्रांत वीर? 
आईपीएस विक्रांत वीर साल 2014 बैच के अफसर हैं. वह मूल रूप से बिहार में नालंदा के रहने वाले हैं. आईपीएस बनने से पहले वह मर्चेंट नेवी में थे. 1997 में झारखंड के पलामू से 12वीं की पढ़ाई करने के बाद वह मुंबई पहुंच गए. यहां की मरीन इंजीनियरिंग कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई की. इसके बाद नेवी में नौकरी लग गई. नौकरी के साथ विक्रांत वीर ने यूपीएससी की भी तैयारी शुरू कर दी. 


हाथरस कांड में हो गए थे सस्‍पेंड 
साल 2014 में विक्रांत वीर का यूपीएससी में चयन हो गया. उनकी पहली तैनाती कानपुर में बतौर एएसपी हुई.  इसके बाद वह फैजाबाद और बलिया के एसएसपी भी रहे. उसके बाद वह लखनऊ ग्रामीण के एसपी बने. बतौर एसपी हाथरस विक्रांत वीर का पहला जिला था. हाथरस कांड के बाद विक्रांत वीर को सस्पेंड कर दिया गया था. विक्रांत वीर को अब बलिया की कमान सौंपी गई है.