ग्रामीणों के मुताबिक, ऐसे 100 परिवार हैं, जो गांव से पलायन कर रहे है और ऐसा इसलिए कर रहे है क्योंकि ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव द्वारा उनका उत्पीड़न किया जा है और उनके परिवारों के 9 लोगों पर झूठे मुक़दमे दर्ज कराए जा रहे हैं.
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बागपत: बागपत (Baghpat) में बड़ौत में करीब 100 परिवार पलायन (Getaway) को मजबूर है. ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान कृष्णपाल तोमर और ग्राम सचिव राजीव खोखर उनका उत्पीड़न करते हैं, ऐसे में उनके पास पलायन करने के सिवा कोई और चारा नहीं है. ग्रामीणों ने मकान पर बिकाऊ के पोस्टर चस्पा कर दिए हैं. कुछ ग्रामीणों ने वाहन में सामान लोड कर पलायन करना शुरू कर भी कर दिया है.
दरअसल, मामला बड़ौत तहसील क्षेत्र के मलकपुर गांव का है, जहां गांव के ज्यादातर मकानों पर नजर डालें तो पलायन और मकान बिकाऊ के पोस्टर चस्पा है. कहीं लोगों का समान ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर लदा है तो कई पोस्टर चस्पा है.
ग्रामीणों के मुताबिक, ऐसे 100 परिवार हैं, जो गांव से पलायन कर रहे है और ऐसा इसलिए कर रहे है क्योंकि ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव द्वारा उनका उत्पीड़न किया जा है और उनके परिवारों के 9 लोगों पर झूठे मुक़दमे दर्ज कराए जा रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान कृष्णपाल तोमर व ग्राम सचिव राजीव खोखर द्वारा विकास कार्यों के लिए आए 1 करोड़ से ज्यादा रुपए गबन किया गया है, जिसकी उन्होंने आरटीआई निकलवाई थी और इसी बात से नाराज ग्राम प्रधान कृष्णपाल तोमर व सचिव राजीव खोखर ने उनके परिवारों के 9 लोगों के ख़िलाफ मारपीट के फर्जी मुकदमें दर्ज करा दिए, जिसके चलते पुलिस भी उन्हें प्रताड़ित कर रही है.
यही नहीं पलायन करने वाले लोगों का कहना है कि प्रदेश सरकार से भी वो इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कुछ सत्ताधारी लोगों वजह से उनकी सुनवाई नहीं की जा रही, जिससे परेशान उनके 100 परिवार पलायन को मजबूर है.
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वही, इस बाबत पुलिसाधिकारी का कहना है कि ग्राम सचिव द्वारा शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमे गांव के 9 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया. उन्होंने कहा मामले की निष्पक्ष जांचकर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने ग्रामीणों द्वारा पलायन की जानकारी होने से मना कर दिया.