इस बीच बुधवार सुबह जहरीली शराब काण्ड के मुख्य आरोपी पप्पू जायसवाल को पुलिस मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया गया.
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लखनऊ/बाराबंकी: बाराबंकी जिले के रामनगर क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से मरने वालो की संख्या बढ़कर 17 हो गई तथा 44 रोगी अभी भी केजीएमसी लखनऊ में भर्ती है. बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक अजय साहनी ने बुधवार शाम एक बयान में बताया कि जहरीली शराब से मरने वालो की संख्या अब 17 पहुंच गयी है. पुलिस ने बताया, 'सोमवार रात जब शराब हादसा हुआ था उस दिन दो अन्य व्यक्तियों की मौत भी हुई थी लेकिन परिजनों ने इनका अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम कर दिया. परिजनों का दावा है कि इनकी मौत भी शराब पीने से हुई है. लेकिन पुलिस का कहना है कि मौत के असली कारणों का पता विस्तृत और गहन जांच के बाद ही चलेगा.
इस बीच बुधवार सुबह जहरीली शराब काण्ड के मुख्य आरोपी पप्पू जायसवाल को पुलिस मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया गया. बाद में दूसरे अभियुक्त दानवीर सिंह और इस मामले में संलिप्त पाये गये आबकारी निरीक्षक राम तीर्थ मौर्य को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिये गये हैं और यह जांच मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में होगी.
साहनी ने मंगलवार को बताया था कि रामनगर थाना क्षेत्र के रानीगंज गांव और उसके आसपास के इलाके के कई लोगों ने सोमवार/मंगलवार की दरमियानी रात को शराब पी थी उसके बाद उनकी तबीयत खराब हो गई. उनमें से 12 लोगों की मौत बाराबंकी में ही हो गयी थी. मरने वालों में चार एक ही परिवार के हैं.
किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज ट्रामा सेंटर के प्रभारी डॉ. संदीप तिवारी ने बुधवार को 'भाषा' को बताया कि ट्रामा सेंटर में अब तक 47 रोगी लाये गये थे जिसमें से 44 अब भी भर्ती हैं जिनमें से 10 रोगी गंभीर होने के कारण आईसीयू में भर्ती हैं. उन्होंने मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका से इंकार नहीं किया. डॉ. तिवारी ने बताया कि अब तक आठ रोगियों की डायलिसिस केजीएमसी में हुई जबकि चार रोगियों की डायलिसिस बलरामपुर अस्पताल में हुई है.
बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने बताया कि उनके अस्पताल में चार रोगी डायलिसिस के लिये लाये गये थे जिन्हें डायलिसिस के बाद केजीएमसी वापस भेज दिया गया है. उनके अस्पताल में कोई भी रोगी भर्ती नही है. उधर बाराबंकी के रामनगर थानाक्षेत्र के रानीगंज में ज़हरीली शराब काण्ड के मुख्य आरोपी पप्पू जायसवाल को बुधवार को पुलिस मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया गया. बाद में दूसरे अभियुक्त दानवीर सिंह और इस मामले में संलिप्त पाये गये आबकारी निरीक्षक राम तीर्थ मौर्य को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
साहनी ने बताया कि रामनगर के ग्राम भिंड अमराई पुल के पास हुई मुठभेड़ में जायसवाल के पैर पर गोली लगी. उसे इलाज के लिए लखनऊ ट्रॉमा सेंटर भेज दिया गया है. मामले के दो आरोपियों जायसवाल और दानवीर सिंह पर बीस-बीस हजार रूपये का इनाम घोषित किया गया था. पुलिस ने बताया कि शराब व्यापारी के रामनगर स्थित गोदामों पर बीती रात पुलिस ने छापा मारकर भारी मात्रा में अवैध शराब भी बरामद की.
इससे पूर्व पुलिस शराब की दुकान पर काम करने वाले सुनील, पीताम्बर व शिवम् को गिरफ्तार कर चुकी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताते हुए मंगलवार को मारे गये लोगों के परिजन को दो-दो लाख रुपये की सहायता का एलान किया है. इस मामले में जिला आबकारी अधिकारी, नौ आबकारी कर्मियों और दो पुलिस अफसरों को निलम्बित कर दिया गया था.
स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के अनुसार मामले की जांच के लिये गठित उच्च स्तरीय टीम अन्य पहलुओं के अलावा इस बात की भी जांच करेगी कि कहीं इस घटना के पीछे कोई राजनीतिक साजिश तो नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले भी हापुड़ और आजमगढ़ में हुई ऐसी घटनाओं में राजनीतिक साजिश सामने आयी है, लिहाजा जांच के दायरे में इस बिंदु को भी लाया गया है.