बीजेपी की सोशल आर्मी को निर्देश, शब्दों के चयन में बरतें सावधानी
Advertisement

बीजेपी की सोशल आर्मी को निर्देश, शब्दों के चयन में बरतें सावधानी

मनोज सिन्हा ने कहा कि सूचनाओं के प्रसार में फेसबुक, व्हाट्सएप, टि्वटर और इंस्टाग्राम को ध्यान में रखना है.

बीजेपी की सोशल आर्मी को निर्देश, शब्दों के चयन में बरतें सावधानी

गाजीपुर: केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा ने आईटी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सोशल मीडिया के माध्यम से किसी योजना या नीति का प्रचार करते समय शब्दों के चयन में सावधानी बरतने के साथ अपने कार्य में तेजी लाएं. सिन्हा ने जिला मुख्यालय कार्यालय में आयोजित आईटी प्रकोष्ठ के सदस्यों की कार्यशाला में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अगले लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया की भूमिका हर प्रचार माध्यम से महत्व वाली होगी, इसलिए पिछले चुनाव से ज्यादा ताकत से अगले लोकसभा चुनाव में इसका इस्तेमाल सभ्यता के साथ करने के लिए तैयार रहना होगा.

उन्होंने कहा कि सूचनाओं के प्रसार में फेसबुक, व्हाट्सएप, टि्वटर और इंस्टाग्राम को ध्यान में रखना है. सिन्हा ने कहा कि सोशल मीडिया दोधारी तलवार की तर्ज पर काम करता है. इस बात को पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में देखा जा चुका है, इसलिए सोशल मीडिया के कार्यकर्ताओं की मजबूत टीम बनाई जाए जो विरोधी राजनैतिक दलों के लोगों को टक्कर देकर उन्हें परास्त करे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भी सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा एक्टीव हैं. लेकिन, वे हमेशा कहते हैं कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल गंदगी फैलाने के लिए नहीं होना चाहिए. पिछले दिनों वाराणसी में पार्टी कार्यकर्ताओं से नमो एप के जरिए बात करते हुए पीएम ने कहा था कि कई बार लोग सोशल मीडिया पर मर्यादाएं भूल जाते हैं. किसी भी झूठी बात को सुना और उसे शेयर कर देते हैं.

उस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि कई बार तो उसे सुनते भी नहीं हैं. कई लोग ऐसे ऐसे शब्दों का प्रयोग करते हैं जो सभ्य समाज में अस्वीकार्य है, शोभा नहीं देता है. महिलाओं के खिलाफ भी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है. उन्होंने कहा था कि यह किसी राजनीतिक दल की बात नहीं है. यह सवा सौ करोड़ लोगों का विषय है. ऐसे में हम संकल्प लें कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल गंदगी फैलाने के लिए नहीं करेंगे.

(इनपुट-भाषा)

Trending news