बाइक बोट घोटाला: फौजियों के नाम पर लगाया रक्तदान कैंप, 62 हजार यूनिट खून बेच दिया
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बाइक बोट घोटाला: फौजियों के नाम पर लगाया रक्तदान कैंप, 62 हजार यूनिट खून बेच दिया

नोएडा के बहुचर्चित बाइक बोट घोटाले में एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस भी सभी केस दर्ज कर मामलों की कार्रवाई में जुट गई है.

बाइक बोट घोटाला: फौजियों के नाम पर लगाया रक्तदान कैंप, 62 हजार यूनिट खून बेच दिया

पवन त्रिपाठी/नोएडा: नोएडा के बहुचर्चित बाइक बोट घोटाले में एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस भी सभी केस दर्ज कर मामलों की कार्रवाई में जुट गई है. अब हाथरस के दो पीड़ितों की तहरीर पर कोर्ट के आदेश के बाद दादरी पुलिस ने संजय भाटी, उसकी पत्नी दीप्ति बहल और भाइयों समेत 16 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. पीड़ितों का आरोप है कि यह मामला छोटा-मोटा नहीं, बल्कि पूरे 15 हजार करोड़ का है और फरार चल रहे आरोपी देश छोड़ कर भाग भी सकते हैं. 

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फौजियों के नाम पर चलाया फर्जी ब्लड डोनेशन कैंप 
पीड़ितों ने संगीन आरोप लगाते हुए यह भी कहा है कि 2018 में बाइक बोट गैंग ने फौजी भाइयों के नाम पर बल्ड डोनेशन कैंप लगाया. इस दौरान लोगों ने करीब 62,100 यूनिट ब्लड दान किया था. संजय भाटी ने इतनी भारी मात्रा में खून बेच कर करोड़ो रुपये अंदर कर लिए. 

पैसा डबल करने के नाम पर ठगी 
मेरठ के रहने वाले विनोद कुमार का आरोप है कि बाइक बोट गैंग ने उनका पैसा दोगुना कराने का भरोसा दिलाया था. इसके लिए बाइक बोट कंपनी में पैसा इंवेस्ट करने को कहा गया और उसके बाद फ्रेंचाइजी खोलने के नाम पर विनोद और उसके 51 करीबियों के 31 लाख रुपए हड़प कर फरार हो गए. ऐसे ही दूसरे मामले में हाथरस के दिवाकर सिंह को भी पैसे दोगुने करने के लालच देकर उनके साथ लाखों रुपए की ठगी की. गैंग ने दिवाकर को 10 लाख रुपए का चेक भी दिया था, जो बाउंस हो गया. 

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अलग-अलग जिलों में दर्ज हैं मुकदमे 
कंपनी के नाम पर मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद समेत पश्चिमी यूपी के कई जिलों में मुकदमे दर्ज हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच ईओडब्ल्यू को सौंपी गई थी. नोएडा में इस फ्रॉड कंपनी को लेकर कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. पैसा डायवर्ट करने के मामले में दर्जनों खाते भी सील किए जा चुके हैं. कंपनी से जुड़ी मोटर साइकिलें भी बरामद की गई थीं. बरामद किए गए वाहन गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स के नाम से रजिस्टर्ड थे. मोटर साइकिलें बजाज कंपनी की थीं और उन पर बाइकबोट का स्टिकर लगाया गया था. ज्यादातर बाइकें नई थीं और गोदामों में ही खड़ी थीं. 

क्या है बाइक बोट कंपनी 
ओला और ऊबर की तर्ज पर बाइक टैक्सी चलवाने का झांसा देकर लाखों निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाली बाइक बोट कंपनी के खिलाफ नोएडा और लखनऊ में करीब 60 मामले दर्ज हैं. इस कंपनी से जुड़े आरोपी कई सालों तक लोगों को झांसा देते रहे और उनका पैसा ले कर फरार हो गए. कुछ महीनों पहले पुलिस ने जानकारी दी थी कि बाइक बोट कंपनी ने करीब 1.75 लाख निवेशकों को मोटे मुनाफे का लालच देकर 3000 करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश करवाया और पैसे लेकर चलते बने. लोगों को उनका तय मुनाफा और मूल नहीं लौटाया गया. मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई की और कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद से बाइक बोट कंपनी के लगातार नए फर्जीवाड़े सामने आते जा रहे हैं.   

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