लखनऊ: भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी ने राज्य में होने जा रहे पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य की सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है. पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने भाजपा से अलग अपने प्रत्याशी उतारने का फैसला किया.
'नायक' फिल्म की तरह हकीकत में एक दिन की सीएम बनेंगी सृष्टि गोस्वामी, त्रिवेंद्र रावत का बड़ा फैसला
भाजपा और निषाद पार्टी का हुआ था गठबंधन
भारतीय जनता पार्टी और निषाद (निर्बल शोषित इंडियन हमारा आम दल) पार्टी का गठबंधन अप्रैल 2019 में हुआ था. बता दें कि निषाद पार्टी के राजनीतिक इतिहास में पीस पार्टी और सपा के बाद भाजपा के साथ तीसरा गठबंधन था. भाजपा से गठबंधन पर सपा को तगड़ा झटका लगा था.
योगी के विकास मॉडल के फैन हो रहे दूसरे राज्य, आंध्र के बाद अब MP से आ रहे अधिकारी
पार्टियां हैं तैयार
प्रदेश में पहली बार पंचायत चुनाव में राजनीतिक दल बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर रहे हैं. इसमें बीजेपी, कांग्रेस, सपा, बसपा से लेकर अपना दल, आम आदमी पार्टी और AIMIM सहित तमाम विपक्षी पार्टियां अपनी दावेदारी रख रही हैं. सभी पार्टी के नेताओं ने गांवो में दस्तक देना भी शुरू कर दिया है, जिससे प्रदेश में सियासत भी तेज हो गई है.
राम नाम पर लूट: फर्जी रसीद बना कर ले रहे थे चंदा, पुलिस ने भेजा जेल
होंगे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव
गौरतलब है कि प्रदेश के कुल 59,163 ग्राम पंचायतों के मौजूदा ग्राम प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसंबर को समाप्त हो चुका है. वहीं, 3 जनवरी 2021 को जिला पंचायत अध्यक्ष जबकि 17 मार्च को क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष का कार्यकाल पूरा हो रहा है. ऐसे में प्रदेश में एक साथ ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, 823 ब्लॉक के क्षेत्र पंचायत सदस्य और 75 जिले पंचायत के सदस्यों के 3200 पदों पर चुनाव कराए जाने हैं.
पराली के बदले किसानों को पैसा देगी योगी सरकार, देखिए पूरी रेट लिस्ट
कब होंगे चुनाव?
पिछले दिनों पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह कह चुके हैं कि 15 फरवरी को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी. जिसके बाद मार्च के अंत या फिर अप्रैल के पहले सप्ताह में ग्राम पंचायत के चुनाव पूरे हो सकते हैं.
VIDEO: टाइगर ने की ‘कचरे’ की सफाई, वीडियो कर देगा सोचने पर मजबूर
WATCH LIVE TV