मुस्लिम परिवार की जान बचाने के लिए BJP एमएलए ने छोड़ी सारी मीटिंग्स
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मुस्लिम परिवार की जान बचाने के लिए BJP एमएलए ने छोड़ी सारी मीटिंग्स

कहा जा रहा है कि गाड़ी डिवाइडर के ऊपर चढ़ने की वजह से पलट गई. हादसे में एक महिला जिसका पहचान रुखसाना के रूप में की गई है, की मौत हो गई, जबकि चार अन्य सदस्य वकार वारिस, अनिश, प्रवीन बानो, शहजाद जख्मी हो गए.

गाड़ी में एक ही परिवार के 5 सदस्य कन्नौज जिले से बाराबंकी के देवा शरीफ की ओर जा रहे थे. (फाइल फोटो)

लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक ने इंसानियत की मिसाल कायम करते हुए यह साबित कर दिया कि यह रिश्ता किसी भी धर्म-मजहब से परे होता है. दरअसल उत्तर प्रदेश के एटा सदर विधानसभा से भाजपा विधायक विपिन कुमार ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर भयानक दुर्घटना के शिकार हुए मुस्लिम परिवार की जान बचाई. हादसे के बाद सड़क पर तड़प रहे परिवार को किसी ने अस्पताल तक पहुंचाने की कोशिश नहीं की. इसी दौरान भाजपा विधायक उस परिवार की मदद के लिए आगे आए. विधायक आगरा से लखनऊ विधानसभा के लिए जा रहे थे. इसी बीच सड़क के किनारे जमा भीड़ को उन्होंने देखा और अपनी गाड़ी रोक दी. उन्होंने पूर घटनाक्रम को जाना और फिर अपनी सारी तय बैठकों को छोड़ करीब तीन घंटे से अधिक समय तक दुर्घटना के शिकार परिवार की मदद करते रहे. इतना ही नहीं वे खुद लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल तक एंबुलेंस के साथ-साथ गए.

यह घटना सोमवार (24 जुलाई) को दोपहर को उन्नाव जिले के हसनगंज पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले अलियारपुर पिलखाना गांव के नज़दीक की है. गाड़ी में एक ही परिवार के 5 सदस्य कन्नौज जिले से बाराबंकी के देवा शरीफ की ओर जा रहे थे. कहा जा रहा है कि गाड़ी डिवाइडर के ऊपर चढ़ने की वजह से पलट गई. हादसे में एक महिला जिसका पहचान रुखसाना के रूप में की गई है, की मौत हो गई, जबकि चार अन्य सदस्य वकार वारिस, अनिश, प्रवीन बानो, शहजाद जख्मी हो गए. 

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक विधायक विपिन कुमार डेविड ने कहा, 'वह हैरान करने वाला था कि हादसे के बाद लोग पीड़ितों के पास खड़े थे, लेकिन कोई भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया. मदद के बजाए वह लोग आपातकालीन सेवाओं को फोन लगा रहे थे.' उन्होंने कहा,“मैंने अपने गार्ड और ड्राइवर के साथ में था, मैंने देखते ही गाड़ी को सड़क के किनारे लगवाई. मैंने घायलों को कुछ कपड़ों के टुकड़ों से ढका और उन्हें पानी पिलाया ताकि वह होश में आ सके.'

विधायक ने बताया कि पुलिस प्रतिक्रिया वाहन को घटनास्थल पर पहुंचने के लिए 45 मिनट से अधिक का समय लगा. हालांकि मौके पर मौजूद लोगों ने हमारे पहुंचने से पहले मदद की मांग की थी. हमने घायलों को एंबुलेंस के अंदर डाला और गाड़ी को एस्कॉर्ट (कवर) करते गुए लखनऊ के केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर पहुंचे. विधायक ने कहा, मेरे लिए वह सिर्फ इंसान थे. यह मायने नहीं रखता कि वह हिंदू या मुसलमान थे. एक इंसान होने के नाते उनकी जान बचाना मेरा कर्तव्य था. मैं क्या, मेरी जगह कोई भी होता तो इस परिस्थिति में यही करता.'

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