ग्रेटर नोएडा से गायब हो गए 2858 मेनहोल, अथॉरिटी ने लोगों से की ये अपील
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ग्रेटर नोएडा से गायब हो गए 2858 मेनहोल, अथॉरिटी ने लोगों से की ये अपील

 ग्रेटर नोएडा के 10 सेक्टरों में सीवर लाइन के 2858 मेनहोल का पता नहीं चल पा रहा. सेक्टरों में लोगों ने अपने घरों के बाहर बना रखे हैं रैंप. अथॉरिटी ने दी चेतावनी 

 

फाइल फोटो

पवन त्रिपाठी/ ग्रेटर नोएडा: ग्रेनो प्राधिकरण (Greater Noida Authority) ने शहर के 10 सेक्टरों के निवासियों को चेतावनी दी है. प्राधिकरण ने उनके घर के बाहर मेनहोल के ऊपर बने रैंपों को तोड़ने के निर्देश दिए हैं. ऐसा नहीं करने पर खुद प्राधिकरण रैंप तोड़ेगा और उनसे पैसे भी वसूलेगा.

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सेक्टरों में हो रही ओवरफ्लो और चोकिंग की समस्या
ग्रेटर नोएडा के सेक्टरों में सीवर ओवरफ्लो और चोक होने की समस्या गंभीर है. आए दिन किसी न किसी सेक्टर में इस तरह की शिकायत प्राधिकरण को मिलती रहती हैं. ऐसे में अथॉरिटी आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर रोबोट से सीवर लाइन की सफाई करवा रहा है, लेकिन इसके बावजूद कई समस्याएं सामने आ  रही हैं. कारण है कई मेनहोल का न मिलना.

सर्वे में नहीं मिल रहे 2858 मेनहोल
प्राधिकरण ने सर्वे कराया तो पता चला कि 2858 मेनहोल गायब है, यानि कि उनका पता नहीं चल रहा कि वो कहां हैं जिसकी वजह से इन सेक्टरों में सीवर ओवरफ्लो और ब्लॉकेज की प्रॉब्लम सामने आ रही हैं. लोग शिकायत कर रहे हैं और कोई समाधान नहीं हो पा रहा है.

प्राधिकरण सीवर लाइनों की सफाई के लिए अभियान चला रहा है. लेकिन इसमें परेशानियां आ रही हैं. प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बताया कि शहर के 10 आवसीय सेक्टरों में 9557 मेनहोल हैं. इसमें से 6699 मेनहोल का ही पता चला है. 2858 मेनहोल मिल ही नहीं रहे हैं. आशंका है कि लोगों ने रैंप बनाकर मेनहोल को ढक लिया है. इसके चलते  इन सेक्टरों की सीवर/ओवरफ्लो की समस्या खत्म नहीं हो पा रही.

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रैंप को खुद तुड़वाकर सफाई करवाएं आवंटी
ग्रेटर नोएडा अथॉारिटी ने लोगों से अपील की है कि जिन आवंटियों ने ऐसे रैंप बना रखे हैं, वो उसे तुड़वाकर 2 हफ्ते के अन्दर साफ करा दें. अगर ऐसा नहीं किया तो प्राधिकरण अभियान चलाकर रैंप तोड़ेगा और मेनहोल की सफाई कराएगा. यही नहीं इस तोड़फोड़ के लिए आवंटियों से शुल्क भी वसूला जाएगा.

सीवर सफाई के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल
गौरतलब हो कि ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में करीब 10 लाख लोग रहते हैं. आने वाले दस सालों में निवासियों की संख्या 25 लाख होने की उम्मीद है. प्राधिकरण अपने निवासियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना चाहता है.  इसके लिए शहर की सीवर सफाई के लिए आधुनिक तकनीक का यूज किया जा रहा है.  

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