बीएसपी पार्षद से धक्का-मुक्की: BJP के 15 कार्यकर्ताओं पर मुकदमा
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बीएसपी पार्षद से धक्का-मुक्की: BJP के 15 कार्यकर्ताओं पर मुकदमा

अलीगढ़ में नगर निगम के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक पार्षद से धक्का-मुक्की के आरोप में बीजेपी के 15 अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

नवनिर्वाचित सदस्यों के लिए मंगलवार को शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया था. (फोटो साभार - ANI)

अलीगढ़: अलीगढ़ में नगर निगम के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक पार्षद से धक्का-मुक्की के आरोप में बीजेपी के 15 अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश पाण्डेय ने शनिवार को बताया कि गत मंगलवार को नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथग्रहण समारोह के दौरान बसपा पार्षद मुशर्रफ हुसैन से धक्का-मुक्की करने के आरोप में बन्ना देवी थाने में बीजेपी के 15 अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह के दौरान हुए हंगामे की वीडियो फुटेज देखने के बाद आरोपियों को पहचानकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मालूम हो कि बसपा पार्षद मुशर्रफ हुसैन द्वारा कथित रूप से उर्दू में शपथ लेने पर जोर दिये जाने को लेकर हंगामा हुआ था. आरोप है कि इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई भी की.

  1. बसपा पार्षद मुशर्रफ हुसैन उर्दू में शपथ लेने पर अड़े
  2. मुशर्रफ हुसैन की कथित तौर पर पिटाई की गई
  3. हुसैन का आरोप उन्हें मारने की साजिश की गयी थी

मालूम हो कि अलीगढ़ नगर निगम के नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह में उस समय हंगामे की स्थिति पैदा हो गयी, जब बसपा पार्षद मुशर्रफ हुसैन उर्दू में शपथ लेने पर अड़ गये. हुसैन की शुक्रवार को कथित तौर पर पिटाई हो गयी थी. इससे पहले कि हालात ​बिगडते, जिला प्रशासन के अधिकारियों ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया. हुसैन ने बाद में संवाददाताओं को बताया कि उन्हें मारने की साजिश की गयी थी और अगर कुछ अधिकारी हस्तक्षेप नहीं करते तो उनकी जान चली जाती. कुछ असामाजिक तत्वों ने महापौर की कार पर पत्थर फेंके लेकिन वह सुरक्षित निकल गये. अलीगढ़ के नये महापौर मोहम्मद फुरकान ने कल की घटना पर नाराजगी का इजहार किया.

उन्होंने कहा, 'मैं नहीं समझता कि भाषा, जाति एवं धर्म के आधार पर अनावश्यक विवाद पैदा कर सरकार के विकास के एजेंडा को पटरी से उतारना उचित है.' उन्होंने कहा कि वह भाजपा कार्यकर्ताओं के सीट हारने से उपजे गुस्से को समझते हैं. वह सीट, जिस पर उनका पिछले 20 साल से कब्जा था. 'मुझे शपथ ग्रहण समारोह में गड़बड़ी की आशंका थी, इसलिए मैंने बसपा के सदस्यों से हिन्दी में शपथ लेने एवं विवाद से बचने की सलाह दी थी. मेरी सलाह के बावजूद हमारे पार्षदों ने उर्दू में शपथ लेना तय किया. ये हालांकि उनका संवैधानिक अधिकार है और उन्होंने अगर ऐसा किया तो इसमें भड़कने की कोई वजह नहीं है.' 

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उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी एवं राज्य की योगी सरकार विकास के एजेंडे पर सत्ता में आयी. 'मैं उन्हें आश्वसत करता हूं कि मैं अलीगढ को स्मार्टसिटी बनाने के उनके प्रयासों में पूरा सहयोग करूंगा.' वंदे मातरम गाये जाने के दौरान बसपा सदस्यों के सम्मान नहीं प्रदर्शित करने को लेकर कुछ भाजपा सदस्यों के आरोप पर फुरकान ने कहा कि पूरी कार्यवाही की वीडियोग्राफी करायी गयी है और संभवत: दो तीन लोगों को छोड दें तो हाल में मौजूद बसपा सदस्यों ने इस मौके पर पूरा सम्मान प्रदर्शित किया है.

संपर्क करने पर अलीगढ के जिलाधिकारी हृषिकेश भास्कर यशोद ने कहा कि इस समय वह टिप्पणी नहीं करना चाहते क्योंकि अभी तक किसी व्यक्ति या समूह ने पुलिस में कोई रिपोर्ट नहीं दर्ज करायी है. हालांकि वंदे मातरम गाये जाने के दौरान हुए विवाद में कोई तथ्य नहीं है क्योंकि 99 फीसदी दर्शक उस समय खडे थे, जब गीत गाया जा रहा था.

उन्होंने कहा कि जो कुछ भी हुआ, उस पर संज्ञान लेने के लिए महापौर को पूरा अधिकार है. इस समय जिला प्रशासन और पुलिस के हस्तक्षेप का कोई औचित्य नहीं है. इस बीच कुछ भाजपा सदस्यों ने मांग की है कि हिन्दी भाषा के प्रति अपमान प्रदर्शित करने के लिए बसपा सदस्य के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए.

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