बदायूं: बदायूं गैंगरेप मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया है. आयोग की मेंबर ने कहा कि अगर पुलिस समय रहते परिवार वालों की सूचना पर पहुंचती तो शायद मृतिका की जान बच सकती थी. उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार ऐसी घटनाओं के लिए संवेदनशील है, लेकिन कहीं ना कहीं महिला उत्पीड़न के मामलों में पुलिस को और ज्यादा संवेदनशील होना पड़ेगा. बता दें कि गुरूवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंची,और अपनी संवेदना व्यक्त की.


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शाम के वक्त महिला को नहीं जाना चाहिए था:चंद्रमुखी देवी
बदायूं के उघैती  पहुंचने के बाद महिला आयोग की मेंबर चंद्रमुखी देवी ने कहा कि,घटना की विस्तृत जानकारी के लिए मैंने SSP के साथ बैठक करके जानकारी ली है. CM शुरू से ऐसी घटनाओं के खिलाफ सख्त हैं. हमें विश्वास है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.उन्होंने कहा कि महिलाओं को कभी भी किसी के प्रभाव में समय-असमय नहीं पहुंचना चाहिए. अगर शाम के समय वो महिला नहीं गई होती या परिवार का कोई सदस्य साथ में होता तो शायद ऐसी घटना नहीं घटती, लेकिन ये सुनियोजित था, क्योंकि उसको फोनकर बुलाया गया. वो वहां गई. चंद्रमुखी देवी अपने इस बयान पर घिर गईं. विवाद बढ़ने के बाद उन्हें अपना बयान वापस लेना पड़ा. 


 


क्या हुआ था?
हैवानियत की यह मामला जिले के उघैती थाना क्षेत्र के एक गांव का है. 3 जनवरी को यहां की महिला पास के गांव स्थित एक मंदिर पर रोजाना की तरह रविवार को भी गई थी. पुलिस के मुताबिक देर रात मंदिर का महंत अपनी बोलेरो से उसका शव घर के दरवाजे पर फेंककर चला गया. बताया जाता है कि इससे पहले आरोपी महंत उसे अपनी गाड़ी से इलाज के लिए चंदौसी भी ले गया था. परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी महंत समेत उसके एक चेले व ड्राइवर के खिलाफ गैंगरेप के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. 


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पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखकर पैरों तले खिसक गई जमीन
शाम को रिपोर्ट आई तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ. रिपोर्ट में पता चला कि महिला के प्राइवेट पार्ट में गंभीर घाव थे. काफी खून भी निकल गया था. रिपोर्ट में कोई लोहे की रॉड या सब्बल गुप्तांग में ठूंसे जाने की बात भी सामने आई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट देख अफसरों के पैरों तले जमीन खिसक गई. 


बात दें कि इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तारी हुई है, जबकि एक अन्य फरार है. उनकी धरपकड़ के लिए पुलिस की चार टीमें लगाई गईं हैं. एसएसपी ने लापरवाह उघैती थानाध्यक्ष को निलंबित भी कर दिया है. आरोपियों के खिसाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी.


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