गंगा की स्वच्छता सरकार की ही नहीं, समाज की भी जिम्मेदारी : केशव मौर्य
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गंगा की स्वच्छता सरकार की ही नहीं, समाज की भी जिम्मेदारी : केशव मौर्य

उन्होंने कहा, "गंगा किसी जाति धर्म और मजहब की नहीं है, गंगा सबकी है. गंगा यात्रा का उद्देश्य गंगा जी को निर्मल और अविरल बनाने के साथ-साथ सभी को गंगा अर्थ से जोड़ना है. लोगों को जागरूक करना है.'

फोटो-@kpmaurya1

वाराणसी: यूपी के बलिया से चली गंगा यात्रा मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुचीं. यहां पहुचने पर यात्रा का भव्य स्वागत किया गया. यात्रा को लेकर वाराणसी में सुबह से ही यात्रा की स्वागत की तैयारियां की गई थी. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, डॉ महेंद्र नाथ पाण्डेय जिले के प्रभारी मंत्री आशुतोष टण्डन सहित यूपी के कई मंत्री यात्रा को लेकर वाराणसी पहुंचकर गंगा पूजन करने के साथ ही गंगा आरती देखने के बाद जनसभा को सम्बोधित कर गंगा यात्रा के बारे में लोगो को बताया.

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गंगा की स्वच्छता सरकार की ही नहीं, समाज की भी जिम्मेदारी : केशव
इससे पहले केशव प्रसाद मौर्या ने मंगलवार (28 जनवरी) को गाजीपुर में कहा कि गंगा मां लोगों के लिए धरती पर आईं और उनकी स्वच्छता सरकार ही नहीं, बल्कि समाज की भी जिम्मेदारी है. गंगा यात्रा के दूसरे दिन उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने गाजीपुर के सैदपुर मैदान में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा, "गंगा जी के किनारे रहने वाले लोगों का भरण-पोषण गंगा मईया कर रही हैं. गंगा के किनारे खेतों में बिना किसी खाद बीज के ही फसलें लहलहाती हैं. जिनमें गंगा जी के लिए भाव नहीं है, वे गंगा यात्रा पर सवाल उठा रहे हैं. गंगा स्वच्छ करने की जिम्मेदारी अकेले सरकार की नहीं, बल्कि समाज की भी है."

केशव ने कहा कि आप सभी को पता है कि दुनिया भर से 24 करोड़ लोग प्रयागराज के संगम में आस्था की डुबकी लगा कर गंगा का आशीर्वाद लिया.

उन्होंने कहा, "गंगा किसी जाति धर्म और मजहब की नहीं है, गंगा सबकी है. गंगा यात्रा का उद्देश्य गंगा जी को निर्मल और अविरल बनाने के साथ-साथ सभी को गंगा अर्थ से जोड़ना है. लोगों को जागरूक करना है. गंगा किनारे के गांवों में गंगा पार्क और जैविक खेती होने जा रही है. गंगा तालाब का निर्माण सरकार करवा रही है. इससे गांवों का विकास होगा."

केशव प्रसाद मौर्या ने कहा, "गंगा किनारे किसानों का मैं आवाहन करूंगा कि गंगा तट वाले खेतों में ऑर्गेनिक खेती करें, जिससे न केवल गंगा जी निर्मल होंगी, बल्कि हमें शुद्घ अन्न मिल सकेगा. प्रदेश सरकार ऑर्गेनिक खेती की व्यवस्था कर रही है." उन्होंने कहा, "पॉलीथिन हमें बीमार कर रही है, आप लोग पॉलीथिन और प्लस्टिक उत्पादों को गंगा जी में न गिरने दें, हम सबका दायित्व है कि गंगा जी को निर्मल और अविरल करने में भागीदार बनें."

केंद्रीय मंत्री महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा , "नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं, समाज सुधारक हैं. उ.प्र. में कुछ नेता हैं, जो केवल अपने घर की संपत्ति बढ़ाने में लगे थे, वे कह रहे हैं कि भाजपा वाले लोगों को गुमराह कर रहे हैं. ये वे लोग हैं, जिनके लिए गंगा केवल पानी है, लेकिन गंगा जी हमारे लिए प्राणदायिनी है."

पांडेय ने कहा, "बलिया दूबे छपरा से प्रारंभ गंगा यात्रा को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है. लोग जगह-जगह रथ यात्रा का पुष्प वर्षा से स्वागत कर रहे हैं. गंगा जी को लेकर सभी में उत्साह है." उन्होंने कहा कि यह सिद्धपुरी नगरी है, और प्रधानमंत्री मोदी ने गंगा को नए अर्थो में सशक्त करने का बीड़ा उठाया है. मंत्री ने कहा, "उन्होंने उत्तर प्रदेश को गंगा यात्रा के लिए चुना, यह हमारा सौभाग्य है." गाजीपुर के सैदपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि निर्मल और अविरल गंगा हमारी संस्कृति रही है.

(इनपुट आईएएनएस से भी)

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