कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी ने उत्तर प्रदेश में कई जगह अपराध और बलात्कार की घटनाओं को लेकर भी सरकार को घेरते हुए कहा कि यूपी में योगी सरकार हर मोर्चे पर फेल है.
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मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: हाथरस मामले में कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी ने घटना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि पीड़िता को सही समय पर इलाज के लिए क्यों नहीं भेजा गया? पीड़िता के मृत्यु के पहले वाले बयान को FIR क्यों नहीं बनाया गया? साथ ही, उन्होंने रात में ढाई बजे जबरदस्ती पीड़िता के परिवार की मर्जी के खिलाफ शव का अंतिम संस्कार किए जाने पर भी सवाल खड़ा किया. प्रमोद तिवारी ने कहा की सरकार इस पूरी घटना की जिम्मेदार है, लेकिन हाथरस के डीएम का ट्रांसफर करने की सरकार में हिम्मत नहीं है. उन्होंने कहा कि डीएम ने मामले में भेद खोल देने की धमकी दी है, जिसका डर राज्य सरकार को सता रहा है.
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सुप्रीम कोर्ट की देख रेख में एजेंसी करे जांच
वहीं कॉल डिटेल मामले पर प्रमोद तिवारी ने कहा कि यह पीड़ित परिवार को बदनाम करने की साजिश है. उन्होंने मांग की है कि पूरे घटनाक्रम को लेकर सुप्रीम कोर्ट की देख रेख में एजेंसी जांच करे. तभी पूरी सच्चाई सामने आ सकेगी, वर्ना लखनऊ में बैठे लोग जो कहानी बनाएंगे वही हाथरस में दिखेगा.
"सरकार अपनी छवि बचाने के लिए विपक्ष की छवि बिगाड़ रही है"
उन्होंने विपक्ष की भूमिका को लेकर सरकार द्वारा लगाए गए आरोपों पर कहा कि यूपी सरकार खुद पर लगी कालिख को पोंछने के लिए दूसरों पर कालिख फेंकने का काम कर रही है. दंगो के लिए फंन्डिंग और पीएफआई के मसले पर प्रमोद तिवारी ने कहा की सरकार जब मुश्किल में होती है तो उन्हें अल्पसंख्यक समुदाय के लोग याद आते हैं. प्रमोद तिवारी ने सवाल उठाया है कि अगर पीएफआई यहां और दिल्ली के दंगों में सक्रिय थी तो सरकार की खुफिया एजेंसी क्या कर रहीं थी? अगर यह फेलियर है तो ये यूपी सरकार और दिल्ली की सरकार का इंटेलिजेंस फेलियर है.
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प्रदेश में हो रही आपराधिक घटनाओं पर सरकार को घेरा
कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी ने बीजेपी सरकार से सवाल किया है कि जनवरी में उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से पीएफआई को बैन करने का अनुरोध किया था, लेकिन उसके बावजूद जनवरी से अब तक पीएफआई को क्यों नही बैन किया गया? साथ ही उत्तर प्रदेश में कई जगह अपराध और बलात्कार की घटनाओं को लेकर भी सरकार को घेरते हुए कहा कि यूपी में योगी सरकार हर मोर्चे पर फेल है. उन्हें सरकार में बने रहने का कोई हक नहीं है.
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