Lucknow Police Encounter News: लखनऊ के मलिहाबाद लूट एंड मर्डर केस में बड़ी खबर है. पुलिस ने मुख्य आरोपी अजय द्विवेदी का पुलिस एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. क्या है पूरा हत्याकांड राजधानी लखनऊ के मलीहाबाद क्षेत्र में इंटरव्यू देकर ऑटो से लौट रही महिला की लूट के बाद हत्या कर दी गई.
Trending Photos
Malihabad Police Encounter News: लखनऊ के मलिहाबाद इलाके में महिला से रेप और हत्या के आरोपी ऑटो चालक अजय कुमार द्विवेदी को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. गुरुवार को अजय पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था, जिसके कुछ घंटों बाद ही पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया. घायल हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
भाई भी गिरफ्तार, दोनों थे हिस्ट्रीशीटर
पुलिस ने एनकाउंटर से पहले मुख्य आरोपी के भाई दिनेश को भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, अजय दुबग्गा का कुख्यात अपराधी था, जिस पर 23 केस दर्ज थे, जबकि उसके भाई दिनेश पर 9 मुकदमे थे. दिनेश को पुलिस ने मलिहाबाद के संन्यासी बाग इलाके से पकड़ा.
वारदात को अंजाम देने के लिए हटाई थी नंबर प्लेट
जांच में सामने आया कि अपराध के समय ऑटो पर नंबर प्लेट नहीं लगी थी, ताकि पहचान छिपाई जा सके. वारदात के बाद अजय ने दोबारा नंबर प्लेट लगाकर ऑटो चलाना शुरू कर दिया था, लेकिन पुलिस की पैनी नजर से बच नहीं सका.
कैसे हुई थी महिला की हत्या
मलिहाबाद में हुई इस दिल दहला देने वाली घटना में एक महिला की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी. महिला इंटरव्यू देकर लौट रही थी और उसने आलमबाग बस अड्डे से ऑटो बुक किया था. वह चिनहट में अपने भाई के घर जा रही थी और सफर के दौरान अपने भाई से फोन पर बात कर रही थी. अचानकऑटो चालक अजय ने रास्ता बदल दिया और महिला को मलिहाबाद के एक आम के बाग में ले गया. वहां, उसने लूटपाट करने के बाद महिला के साथ दरिंदगी की और उसकी हत्या कर दी.
कैसे खुला राज ?
महिला ने सफर के दौरान अपने भाई को लाइव लोकेशन भेजी थी. जैसे ही भाई ने लोकेशन बदली देखी, उसने तुरंत 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी. पुलिस जब तक मौके पर पहुंची, तब तक महिला की हत्या हो चुकी थी.
आखिरकार अपराधी को मिली सजा
लखनऊ पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई की और 24 घंटे के भीतर आरोपी को ढेर कर दिया. इस एनकाउंटर के बाद इलाके में लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की, जबकि प्रशासन ने इसे महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक कड़ा संदेश बताया.