दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के तीसरे चरण का लोकार्पण करेंगे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी
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दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के तीसरे चरण का लोकार्पण करेंगे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी

पिलखुवा स्थित राजपूताना रेजीमेंट इंटर कॉलेज में होने वाले कार्यक्रम में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, लोकसभा सांसद राजेंद्र अग्रवाल, राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल और विजय पाल सिंह तोमर भी मौजूद रहेंगे.

वीडियो ग्रैब @nitin_gadkari

गाजियाबादः केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी आज दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के तीसरे चरण (6 लेन डासना-हापुड़-पिलखुआ) का लोकार्पण करेंगे.  1700 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस 6 लेन नेशनल हाईवे -9 से अब जनता का सफर आसान होगा. पिलखुवा स्थित राजपूताना रेजीमेंट इंटर कॉलेज में नितिन गडकरी दोपहर करीब साढ़े 12 बजे कार्यक्रम में पहुंचकर करेंगे शिरकत. कार्यक्रम में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, लोकसभा सांसद राजेंद्र अग्रवाल, राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल और विजय पाल सिंह तोमर भी मौजूद रहेंगे.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खुद ट्वीट कर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे के पैकेज III की शुरुआत का ऐलान किया.

डासना और हापुड़ के बीच सड़क का विस्तार, जो एक्सप्रेसवे का हिस्सा नहीं है, वह टोल फ्री होगा. इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली से महज एक घंटे में मेरठ पहुंचा जा सकेगा. एक्सप्रेसवे का पहला खंड, दिल्ली के सराय काले खां से गाजियाबाद में यूपी गेट तक जून 2018 में पूरा हो चुका है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. दिल्ली से मेरठ तक 59.78 किलोमीटर लंबा छह लेन वाला डबल कैरिज एक्सप्रेसवे होगा और टोल चुकाने के बाद इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा. 

इस खंड के साथ, सराय काले खां से डासना तक की दूरी पर चार लेन की सड़क पर बिना किसी शुल्क यात्रा की जा सकेगी. वहीं डासना से हापुड़ तक 22.23 किलोमीटर लंबी सड़क पर भी यात्रियों को मुफ्त सुविधा मिलेगी. 

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एक्सप्रेसवे पर तीन टोल प्लाजा होंगे
एनएचएआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबकि,'एक्सप्रेसवे पर तीन टोल प्लाजा होंगे. इसमें सराय काले खां और यूपी गेट के बीच तीन प्रवेश और निकास बिंदु होंगे. इसी के साथ गाजियाबाद से यूपी गेट व डासना के बीच तीन अतिरिक्त प्रवेश और निकास द्वार बनाए जाएंगे.'

डासना से मेरठ तक एक्सप्रेसवे का 31.78 किलोमीटर लंबा हिस्सा, जोकि परियोजना का अंतिम चरण है, उसका काम 52 फीसदी हो चुका है. इस खंड के साथ लगभग 0.48 हेक्टेयर भूमि को वन विभाग की मंजूरी का इंतजार है. 

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