घटना से सहमें ग्रामीणों ने गांव में नवयुवकों ने टोली बनाई, जो लाठी-डंडों से लैस होकर रातभर पहरा दे रहे हैं.
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नई दिल्ली/सीतापुर: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में आदमखोर कुत्तों के आतंक से लोग परेशान है. कुत्तों का आतंक इतना है कि लोग रात में अपने गांव में जागकर पहरा दे रहे हैं. पुलिस प्रशासन ने भी अब इन आदमखोर कुत्तों से निपटने के लिए कमर कस ली है. ड्रोन कैमरों की मदद से उन्हें पकड़ने का फैसला किया है. जिले में ड्रोन कैमरों की मदद से कुत्तों पर नजर रख रही है. आपको बता दें कि आदमखोर कुत्तों ने जिले में 12 बच्चों को मौत के घाट उतार दिया था, जिसके बाद प्रशासन ने ये फैसला लिया है.
Sitapur: Drones & night vision binoculars being used by police to track feral dogs in Khairabad as dog menace continues in the town and adjacent areas. 12 children killed, 6 injured till date after being attacked by dogs. pic.twitter.com/j2xZs97RB0
— ANI UP (@ANINewsUP) 8 मई 2018
दिल्ली व लखनऊ से बुलाईं टीमें
मामले पर डीएम शीतल वर्मा का कहना है कि मथुरा की टीम करीब 30 अवारा और आदमखोर कुत्तों को पकड़ चुकी है. इन्हें जंगल में छुड़वा दिया गया है. कुत्तों को पकड़ने के लिए लखनऊ और दिल्ली से भी टीमें बुलाई गई हैं. उन्होंने बताया कि कुत्तों से निपटने के लिए ड्रोन कैमरों से कई इलाको में नजर रखी जा रही है.
रात में जागकर दे रहे हैं पहरा
जानकारी के मुताबिक, सीतापुर से 15 किलोमीटर की दूरी पर खैराबाद इलाके में स्थित गुरपालिया गांव में सबसे ज्यादा बच्चे आदमखोर कुत्तों का शिकार हुए. घटना के बाद से सहमें ग्रामीणों ने गांव में नवयुवकों ने टोली बनाई, जो लाठी-डंडों से लैस होकर रातभर पहरा दे रहे हैं.
24 घंटे डॉक्टरों की तैनाती
किसी भी अनहोनी के अंदेशे को जाहिर करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी 24 घंटे डॉक्टर की तैनाती की गई है. आपको बता दें कि सीतापुर में आदमखोर कुत्तों के आतंक से अब तक 12 बच्चों की मौत हो चुकी है और कई बच्चे घायल हैं. सीएम योगी के मामला संज्ञान में लेने के बाद प्रशासन हरकत में आया है.
पुलिस ने शुरू की काम्बिंग
इसके बाद सीओ सिटी के नेतृत्व में शहर कोतवाली इलाके में आदमखोर कुत्तों को खोजने के लिए काम्बिंग शुरू की गई. पुलिस पूरे इलाके में इन कुत्तों को खोज रही है. साथ ही आसपास के जंगलों में भी काम्बिंग अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक अब तक छह से सात किमी के क्षेत्र में काम्बिंग पूरी हो चुकी है. लेकिन कुत्तों की तलाश जारी है.