दिल्ली और एनसीआर में कुछ देर पहले कई सेकेंड तक भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए.
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नई दिल्ली: दिल्ली और एनसीआर में मंगलवार शाम 7 बजकर 20 मिनट पर कई सेकेंड तक भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. वहीं, राजधानी के अलावा कश्मीर और नेपाल से सटे इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटकों के बाद लोगों में दहशत फैल गई.
इस भूकंप का केंद्र नेपाल माना जा रहा है. भूकंप की तीव्रता 5.1 बताई जा रही है. देश के पाक और नेपाल सीमाओं से सटे इलाकों में यह भूकंप ज्यादा देर तक महसूस किया गया. वहीं दिल्ली एनसीआर में हल्के झटके ही महसूस हुए हैं.
भूकंप के दौरान इन चीजों को करने से बचे
- भूकंप के दौरान आपको लिफ्ट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
- बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें.
- कहीं फंस गए हों तो दौड़ें नहीं. इससे भूकंप का ज्यादा असर होगा.
-अगर आप गाड़ी या कोई भी वाहन चला रहे हो तो उसे फौरन रोक दें.
- वाहन चला रहे हैं तो बिल्डिंग, होर्डिंग्स, खंभों, फ्लाईओवर, पुल से दूर सड़क के किनारे गाड़ी रोक लें.
-भूकंप आने पर तुरंत सुरक्षित और खुले मैदान में जाएं. बड़ी इमारतों, पेड़ों, बिजली के खंभों से दूर रहें.
- भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे, ऊपर रखे भारी सामान से दूर हट जाएं ताकि इनके गिरने से चोट न लगे.
भूकंप के दौरान क्या करें
- टेबल, बेड, डेस्क जैसे मजबूत फर्नीचर के नीचे छिप जाएं.
- किसी मजबूत दीवार, खंभे से सटकर सिर, हाथ आदि को किसी मजबूत चीज से ढककर बैठ जाएं.
-किसी मजबूत दीवार, खंभे से सटकर सिर, हाथ आदि को किसी मजबूत चीज से ढ़ककर बैठ जाएं.
बता दें कि रिक्टर स्केल पर जितना ज्यादा भूकंप मापा जाता है, जमीन में उतना ही अधिक कंपन होती है. मसलन, रिक्टर पैमाने पर 7.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतें तक गिर जाती हैं. वहीं, 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है. दरअसल, रिक्टर पैमाना भूकंप की तरंगों की तीव्रता मापने का एक गणितीय पैमाना है. किसी भूकंप के समय भूमि के कंपन के अधिकतम आयाम और किसी आर्बिट्रेरी छोटे आयाम के अनुपात के साधारण गणित को 'रिक्टर पैमाना' कहते हैं.