गाजियाबाद: अवैध रूप से चल रही पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, कई घंटे बाद आग पर पाया काबू
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गाजियाबाद: अवैध रूप से चल रही पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, कई घंटे बाद आग पर पाया काबू

पुलिस ने बताया कि फैक्ट्री को कुछ समय पहले ही सील कर दिया गया था. लेकिन सील होने के बाद भी यहां अवैध रूप से फैक्ट्री में काम हो रहा था. घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.

घटना के बाद कई घंटों तक धमाके होते रहे.

गाजियाबाद: बदायूं के बाद दिल्ली से सटे गाजियाबाद स्थित लोनी में एक पटाखा गोदाम में शनिवार (27 अक्टूबर) देर शाम भीषण आग लग गई. जानकारी के मुताबिक, मामला कोतवाली इलाके के गढ़ी सबलू गांव का है. सूचना के बाद पुलिस और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और राहत बचाव कार्य शुरू किया. 

जानकारी के बाद 10 दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और राहत बचाव कार्य शुरू किया. पुलिस ने बताया कि 100 गज के एक प्लाट में ये अवैध फैक्ट्री चल रही थी. हादसे के बाद सभी वर्कर फैक्ट्री छोड़कर भाग खड़े हुए. स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसे के बाद कई घंटों तक पटाखा फैक्ट्री से धमाकों की आवाज आ रही थी. कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद देर रात करीब 11.30 बजे आग पर काबू पाया गया. 

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पुलिस ने बताया कि फैक्ट्री को कुछ समय पहले ही सील कर दिया गया था. लेकिन सील होने के बाद भी यहां अवैध रूप से फैक्ट्री में काम हो रहा था. घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. 

आपको बता दें कि बदायूं में शुक्रवार को पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्‍फोट में हुई आठ लोगों की मौतों के बाद एंटी टेररिस्‍ट स्‍क्‍वाड (एटीएस) की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. घटनास्थल पर एटीएस को भी कोई अहम सुराग नहीं मिल पाए हैं. प्रारंभिक जांच में एटीएस को भी लग रहा है कि पटाखा गोदाम के पास किसी ने लापरवाही से बीड़ी आदि पी थी, जिससे यह हादसा हुआ लेकिन अभी जांच की जा रही है.

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बदायूं के थाना सिविल लाइन्स क्षेत्र के गांव रसूलपुर में शुक्रवार को पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट होने से आठ लोगों की मौत हुई थी और कुल 6 लोग घायल हुए थे. मौके पर आईजी बरेली डीके ठाकुर और कमिश्नर बरेली रणदीप सिंह भी पहुंचे थे. घटना की एटीएस जांच की बात कही थी. शनिवार सुबह एटीएस की टीम ने घटनास्थल पर जाकर जांच की और साक्ष्य इकट्ठा करने की कोशिश की, लेकिन अभी तक एटीएस को भी कोई विशेष सफलता नहीं मिली है.

इस दुर्घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए जिले के डीएम को घायलों को तुरंत राहत पहुंचाने के निर्देश दिए थे. सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को पचास-पचास हजार रुपए राहत राशि के रूप में देने का ऐलान किया है.

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