उत्तराखंड में तीन तलाक की पहली गिरफ्तारी, दहेज को लेकर करता था मारपीट
भले ही तीन तलाक कानून बनने के बाद मुस्लिम महिलाओं को बड़ी राहत मिली हो. लेकिन उत्तराखंड में अभी तक तीन तलाक का मुकदमा होने के बावजूद कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी.
जसपुर: भले ही तीन तलाक कानून बनने के बाद मुस्लिम महिलाओं को बड़ी राहत मिली हो. लेकिन उत्तराखंड में अभी तक तीन तलाक का मुकदमा होने के बावजूद कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी. इसी बीच सूबे की पहली गिरफ्तारी ऊधम सिंह नगर के जसपुर में हुई.
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क्या है पूरा मामला?
जसपुर में 9 दिसंबर 2020 को तीन तलाक का एक मामला सामने आया था. जहां पीड़िता मुमताज ने कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा लिखवाया था कि उसके पति ने उससे दहेज की मांग की. लेकिन मांग पूरी ना होने पर उसके साथ मारपीट करता था. एक दिन पति ने तीन तलाक देकर घर से बाहर निकाल दिया. अब 3 महीने बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
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काशीपुर एएसपी प्रमोद कुमार ने बताया,"दिसंबर महीने में पीड़िता की तहरीर के आधार पर जसपुर पुलिस ने तीन तलाक का मुकदमा दर्ज किया गया था. अब जसपुर पुलिस ने कार्यवाही करते हुए आरोपी की गिरफ्तारी की. तहरीर में दिए गए लोगों की जांच कर कार्रवाई की जाएगी."
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वहीं प्रदेश में तीन तलाक की पहली गिरफ्तारी पर राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सायरा बानो ने पुलिस प्रशासन को धन्यवाद दिया. साथ ही अन्य मुकदमों में भी जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने की मांग की. उन्होंने कहा कि इन मुकदमों में कतई भी ढिलाई ना बरती जाए.
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