सतपाल महाराज के 5 पारिवारिक सदस्य अस्पताल से डिस्चार्ज, होम क्वॉरंटीन में होगा इलाज
Advertisement

सतपाल महाराज के 5 पारिवारिक सदस्य अस्पताल से डिस्चार्ज, होम क्वॉरंटीन में होगा इलाज

ऋषिकेश के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के परिवार के पांच सदस्यों को डिस्चार्ज कर दिया गया है. उन्हें होम क्वॉरंटीन में रहने की सलाह दी गई है.

ऋषिकेश एम्स.

देहरादून: उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं. पहले सपतपाल महराज की पत्नी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई. इसके बाद एहतियातन सतपाल महाराज का भी कोविड टेस्ट कराया गया जो पॉजिटिव निकला. उनके परिवार के 5 सदस्यों में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई.

इस बीच सोमवार को राहत भरी खबर आई है कि ऋषिकेश के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के परिवार के पांच सदस्यों को डिस्चार्ज कर दिया गया है. उन्हें होम क्वॉरंटीन में रहने की सलाह दी गई है.

उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में सामने आए कोरोना के 296 केस, संक्रमितों का आकंड़ा हुआ 8361

ऋषिकेश एम्स के डॉक्टरों ने बताया कि डिस्चार्ज किए गए सदस्य ए-सिम्टमेटिक थे. यानी इनमें कोरोना के लक्षण नहीं थे, लेकिन ये संक्रमित हैं. लिहाजा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कह गाइडलाइन के मुताबिक उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, और होम क्वॉरंटीन में रखा गया है. इनका इलाज घर पर ही हो रहा है.

प्रो. यूबी मिश्रा ने एम्स ऋषिकेश की हेल्थ बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज व उनकी पत्नी समेत सात पारिवारिक सदस्यों को कोविड संक्रमित पाए जाने पर एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया था. परिवार के पांच सदस्यों को सोमवार शाम डिस्चार्ज कर दिया गया.

रोजगार की हर संभव योजना तलाश रही योगी सरकार, बंद पड़े उद्योगों को फिर शुरू करने की तैयारी

आपको बता दें कि ऋषिकेश एम्स में भर्ती सतपाल महाराज के 7 पारिवारिक सदस्यों में लोगों में वह खुद, उनकी पत्नी, दो बेटे, दो बहुएं और एक छोटा बच्चा शामिल था. सतपाल महाराज और उनकी पत्नी को छोड़कर बाकी पांचों को ऋषिकेश एम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया है. ये पांचों होम क्वॉरंटीन में रहेंगे. 

ऋषिकेश एम्स के मुताबिक ऐसे व्यक्ति जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हों, केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक उन्हें हॉस्पिटल में रखने की बजाए होम क्वॉरंटीन में रखकर इलाज किया जा सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि हॉस्पिटल में गंभीर मरीजों के लिए जगह बनेगी.

WATCH LIVE TV

Trending news