Ghaziabad News: गर्मी बढ़ते ही शॉर्ट सर्किट और एसी में बलास्ट से आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं. लेकिन गाजियाबाद की 130 सोसायटी ऐसी पाई गई हैं जहां आग लगने पर उसे बुझाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं यानी आग लगी तो जान बचनी मुश्किल है...
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गाजियाबाद/पीयूष गौर: गर्मी का प्रकोप बढ़ते ही आग लगने की घटनाएं भी बढ़ जाती हैं. राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में बीते दशकों में सैकड़ों हाईराइज सोसाइट का निर्माण हुआ है. इन सोसाइटी में अक्सर शॉर्ट सर्किट या ज्यादा हीट होने से एसी कंप्रेसर में आग लगने की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं. ऐसे वक्त में अगर सोसाइट में आग बुझाने के लिए पर्याप्त उपकरण नहीं है तो फायर ब्रिगेड के भरोसा नहीं रहा जा सकता है क्योंकि जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचती हैं तब तक आग बेकाबू होकर तबाही मचा चुकी होती है. लेकिन आपको यह जानकार हैरानी होगी की शहर की 130 सोसायटी में या ता आग बुझाने के साधन और उपकरण हैं ही नहीं या फिर वो अपडेट नहीं है, यह खुलासा हुआ है फायर विभाग की जांच में.
130 सोसायटी को नोटिस, 39 के खिलाफ कोर्ट में केस
गर्मी का प्रकोप बढ़ते ही और आगजनी की घटनाओं को देखते हुए गाजियाबाद फायर विभाग एक्शन मोड में आ गया है. फायर सेफ्टी नियमों की अनदेखी कर रहीं हाईराइज बिल्डिंग्स और सोसाइटीज़ पर शिकंजा कसते हुए विभाग ने शहर की 130 सोसाइटीज़ को नोटिस जारी किया है. इन सोसाइटीज़ से कहा गया है कि वे अपने फायर सेफ्टी सिस्टम को बगैर देरी किये तुरंत दुरुस्त करें. वहीं, 39 सोसाइटीज़ के खिलाफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) कोर्ट में मामला भी दायर किया गया है.
सार्वजनिक भवनों में मॉक ड्रिल
डीजीपी के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत फायर विभाग मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, हॉस्पिटल और स्कूलों में मॉक ड्रिल करवा रहा है. इन ड्रिल्स के जरिए लोगों को आग लगने की स्थिति में तत्काल सुरक्षा उपाय और बचाव तकनीकें सिखाई जा रही हैं.
दमकल विभाग ने खुद किया अपग्रेड
फायर विभाग ने खुद को तकनीकी रूप से भी मजबूत किया है. कर्मचारियों को नए ट्रेनिंग सेशनों से लैस किया गया है, साथ ही हाइड्रॉलिक लिफ्ट समेत अत्याधुनिक उपकरण भी विभाग को सौंपे गए हैं, जिनकी मदद से 42 मीटर ऊंचाई तक बचाव कार्य संभव हो सकेगा.
रिस्पांस टाइम को कम करने के लिए शहर में अलग-अलग प्वाइंट्स पर फायर ब्रिगेड की टीमें स्टैंडबाय मोड में रखी गई हैं. विभाग का दावा है कि किसी भी सूचना पर 7 से 8 मिनट में मौके पर पहुंच कर कार्रवाई शुरू कर दी जाती है.
फायर विभाग की चेतावनी
फायर विभाग ने स्पष्ट किया है कि यदि निर्धारित समय सीमा में संबंधित सोसाइटीज़ ने फायर सिस्टम अपडेट नहीं किया, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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