Rajnagar Extension Outer Ring Road: गाजियाबाद के लोगों के लिए एक राहत भरी खबर आई है. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने राजनगर एक्सटेंशन की आउटर रिंग रोड को 60 मीटर चौड़ा करने का फैसला लिया है. इसके लिए गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी (GDA) राजनगर एक्सटेंशन में 5 सड़कें बनाएगा. इसमें आउटर रिंग रोड भी शामिल है.
गाजियाबाद के लोगों के लिए एक राहत भरी खबर आई है. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने राजनगर एक्सटेंशन की आउटर रिंग रोड को 60 मीटर चौड़ा करने का फैसला लिया है. इसके लिए गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी (GDA) राजनगर एक्सटेंशन में 5 सड़कें बनाएगा. इसमें आउटर रिंग रोड भी शामिल है.
गाजियाबाद जैसे तेजी से बढ़ते शहर में बेहतर सड़कें अब केवल सुविधा नहीं, बल्कि जरूरत बन चुकी हैं. गाजियाबाद राजनगर एक्सटेंशन में जाम की समस्या दूर करने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए जीडीए आउटर रिंग रोड समेत पांच सड़कें बनाएगा. इनके बनने से क्षेत्र में कई वैकल्पिक मार्ग तैयार हो सकेंगे.
इनके बनने के बाद इस एरिया में आने-जाने के लिए कई रास्ते हो जाएंगे, जिससे मेन रोड पर ट्रैफिक कम हो जाएगा. आपको बता दें कि गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में 63 सोसायटियां हैं, जिनमें 1.5 लाख से ज्यादा आबादी रहती है.
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने राजनगर एक्सटेंशन की आउटर रिंग रोड को 45 मीटर के बजाय 60 मीटर चौड़ा करने का फैसला किया है. पहले इस सड़क की चौड़ाई 45 मीटर तय की गई थी.
राजनगर एक्सटेंशन की यह आउटर रिंग रोड अगर समय पर बनती है, तो हजारों लोगों को रोजाना जाम में फंसने से राहत मिलेगी और शहर की रफ्तार भी बढ़ेगी. यह फैसला गाजियाबाद के भविष्य की दिशा में एक मजबूत कदम साबित हो सकता है.
यह फैसला जीडीए के उपाध्यक्ष अतुल वत्स की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद लिया गया, जिसमें अभियंत्रण और भूमि अर्जन विभाग की टीम ने मिलकर योजना पर काम शुरू किया. 10 जून को GDA की संयुक्त टीम ने स्थल का निरीक्षण किया.
जानकारी के अनुसार इस सड़क की योजना सबसे पहले 2018 में बनाई गई थी, जिसमें लगभग छह किलोमीटर लंबी आउटर रिंग रोड को 45 मीटर चौड़ा बनाने का प्रस्ताव था. अब जोनल प्लान में बदलाव करते हुए इसे 60 मीटर चौड़ा किया जा रहा है, ताकि भट्रैफिक जरूरतों को पूरा किया जा सके.
अब नई चौड़ाई के हिसाब से ज्यादा जमीन की जरूरत होगी. इसके लिए किसानों से सहमति ली जानी है, लेकिन कुछ किसान इस प्रस्ताव से सहमत नहीं हैं और न्यायालय की शरण में चले गए हैं. यही वजह है कि सड़क निर्माण का कार्य फिलहाल अधर में लटका हुआ है.
GDA के अनुसार भोवापुर अटौर में 1010 मीटर, नूरनगर में 553 मीटर और शाहपुर मोरटा में 548 मीटर क्षेत्र में सड़क निर्माण प्रभावित है, लेकिन प्रशासन अब किसानों से बात करके भूमि अर्जन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की तैयारी कर रहा है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.