गोरखपुर पुलिस को मिली बड़ी सफलता, ट्रिपल मर्डर केस के आरोपियों को किया गिरफ्तार, जानें पूरा मामला
उत्तर प्रदेश की गोरखपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने पिछले महीने गोरखपुर में हुए डबल मर्डर केस का खुलासा की है. पुलिस ने इस मामले में एक-एक लाख के दो इनामी बदमाश युवराज सिंह और सन्नी को गिरफ्तार की है.
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश की गोरखपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने पिछले महीने गोरखपुर में हुए डबल मर्डर केस का खुलासा की है. पुलिस ने इस मामले में एक-एक लाख के दो इनामी बदमाश युवराज सिंह और सन्नी को गिरफ्तार की है. साथ ही हत्या में प्रयुक्त असलहों को भी बरामद कर लिया है.
SSP ने इस मामले का खुलासा करते हुए कहा कि युवराज और सन्नी से सख्ती से पूछताछ किया गया तो उसने बताया कि आठ साल पहले उसने तिहरा हत्याकांड को अंजाम दिया था. जिसमें उनको 2020 में जमानत मिली थी.
सुलह करने के लिए बना रहे थे दबाव
SSP ने आगे बताया कि इस मामले में वे लोग वादी बांके लाल गुप्ता से सुलह कराने के लिए दवाब बना रहे थे. जिसमें गगहा के ही रितेश मौर्या और शम्भू मौर्या द्वारा विरोध किया जा रहा था. साथ ही उस हत्या की पैरवी भी इनके द्वारा की जा रही थी. जिसके बाद रितेश और शम्भू के सह अभियुक्त सिंहासन यादव ने इन दोनों की हत्या का प्लान बनाया.
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पुलिस की पूछताछ में अपराधी सन्नी ने बताया कि सिंहासन यादव ने उसे एक 32 बोर की पिस्टल और कारतूस उपलब्ध कराई थी. साथ ही सिंहासन यादव ने बताया था कि उसकी अच्छी जान पहचान पूर्व ब्लाक प्रमुख बडहलगंज विजय यादव व गोरखपुर ग्रामीण के पूर्व विधायक विजय बहादुर यादव से है.
हत्या कर भाग गए थे मेरठ
सिंहासन यादव ने यह भी बताया था कि ये दोनों लोग पैरवी करेंगे और हर जगह साथ खड़े रहेंगे. कई दिन रितेश मौर्या की रेकी करने के बाद उसकी हत्या 10 मार्च को कर दी. उसके बाद गोरखपुर लखनऊ और मेरठ में छिपा रहा. फिर 31 मार्च को गोरखपुर आकर शम्भू मौर्या की गोली मारकर हत्या कर दी. इसी बीच उनके दुकान पर काम करने वाला संजय भी सामने आ गया, उसकी भी हत्या कर दी. जिसके बाद फिर गोरखपुर लखनऊ होते हुए मेरठ भाग गये.
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बता दें कि गगहा क्षेत्र के कोठा गांव निवासी शंभू मौर्य की जानीपुर रोड पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास इलेक्ट्रानिक सामानों की दुकान चलाते थे. वह देरशाम दुकान बंद करके अक्सर घर चले जाते थे, लेकिन बीते 31 मार्च को रुके रह गए. रात करीब 8.30 बजे घर जाने के लिए शंभू दुकान बंद कर रहे थे तभी बदमशों ने उनपर गोली चला दी. इस दौरान दुकान पर काम कर रहे संजय पांडेय की भी गोली मारकर हत्या कर दी थी.
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