Gorakhpur News: अगर पति-पत्नी दोनों ही नौकरी करने वाले हों तो घर के बुजुर्गों की देखभाल बड़ी चिंता का विषय बन जाती है. लेकिन गोरखपुर वासियों को अब इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है.
नगर निगम गोरखपुर ने शहर के वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक खास डे-केयर सेंटर बनाया है. यह सेंटर उन बुजुर्गों के लिए राहत साबित होगा, जिनका ध्यान रखने के लिए घर में कोई मौजूद नहीं होता.
गोरखपुर नगर निगम ने इस सेंटर को बनाकर बुजुर्गों की देखभाल का नया मॉडल पेश किया है. यह पूर्वांचल का पहला ऐसा सेंटर होगा, जो बुजुर्गों को सुविधाजनक जीवन देने की दिशा में अहम कदम साबित होगा.
अब पति-पत्नी दोनों कामकाजी होने के बावजूद घर के बुजुर्गों की चिंता छोड़कर निश्चिंत होकर नौकरी कर सकेंगे. यह सेंटर बुजुर्गों को घर जैसा माहौल देगा और उनके अकेलेपन को दूर करेगा.
यह अत्याधुनिक सीनियर सिटीजन डे-केयर सेंटर पूरी तरह बनकर तैयार है. जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका शुभारंभ करेंगे, जिसमें बुजुर्गों की देखभाल घर से भी बेहतर हो सकेगी.
नौकरीपेशा लोग अब अपने बुजुर्ग माता-पिता की चिंता किए बिना ऑफिस जा सकेंगे. यह सेंटर बुजुर्गों को सुरक्षा, चिकित्सा, सुविधा और मनोरंजन का पूरा इंतजाम देगा.
गोरखपुर सीनियर सिटीजन डे-केयर सेंटर को 400 बुजुर्गों की क्षमता के साथ तैयार किया गया है. इसमें सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी, जिससे बुजुर्गों का समय आरामदायक बीतेगा.
सेंटर में टीवी, अखबार, मैगजीन, लाइब्रेरी और कैफे जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। बुजुर्ग यहां पढ़ सकते हैं, बातचीत कर सकते हैं और अपनी पसंदीदा चीजें खा-पी सकते हैं.
सेंटर में एक डॉक्टर की भी नियुक्ति होगी, जो किसी भी इमरजेंसी में तुरंत इलाज उपलब्ध कराएगा. इसके अलावा, अन्य कर्मचारियों की भी तैनाती की जाएगी ताकि सभी बुजुर्गों को मदद मिल सके.
इस डे केयर में बुजुर्गों का समय तो आरामदायक तरीके से बीतेगा ही...साथ ही उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ लेने के लिए बुजुर्गों को अब इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सेंटर में ही प्रमाण पत्र और अन्य सरकारी डॉक्यूमेंट बनवाने की सुविधा मिलेगी.
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