हल्द्वानीः फैकल्टी के कमी से जूझ रहा है मेडिकल कॉलेज, 2 और प्रोफेसरों ने दिया इस्तीफा
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हल्द्वानीः फैकल्टी के कमी से जूझ रहा है मेडिकल कॉलेज, 2 और प्रोफेसरों ने दिया इस्तीफा

कॉलेज के प्रिंसिपल ने अभी तक दोनों प्रोफेसरों का  त्यागपत्र अभी स्वीकार नहीं किया गया है, लेकिन दोनों ही प्रोफेसर अब पूरी तरह से कॉलेज छोड़ने के मूड में दिखाई दे रहे हैं.

(फाइल फोटो)

हल्द्वानीः पहले से ही कम फैकल्टी की मार झेल रहे हल्द्वानी राजकीय मेडिकल कॉलेज में डाक्टरों के छोड़ने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. डॉक्टरों की कमी से बढ़े काम के बोझ से तंगआकर रेडियोथैरेपी और रेडियोलॉजी विभाग के दो असिस्टेंट प्रोफेसरों ने भी इस्तीफा दे दिया है, जिससे कॉलेज में हड़कंप मचा हुआ है. मिली जानकारी के मुताबिक कॉलेज के प्रिंसिपल ने अभी तक दोनों प्रोफेसरों का  त्यागपत्र अभी स्वीकार नहीं किया गया है, लेकिन दोनों ही प्रोफेसर अब पूरी तरह से कॉलेज छोड़ने के मूड में दिखाई दे रहे हैं.

इस मामले को लेकर कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मंडल ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से मुलाकात की और मांग की है कि फैकल्टी की की कमी के चलते मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि फैकल्टी की कमी को लेकर शासन से बातचीत चल रही है और उम्मीद है कि जल्द ही नए प्रोफेसरों की नियुक्ति हो जाएगी.

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बता दें हल्द्वानी राजकीय मेडिकल कॉलेज के बाद सुशीला तिवारी अस्पताल कुमाऊं का सबसे बड़ा अस्पताल .है जिसमे कोने कोने से मरीज इलाज करवाने आते हैं, लेकिन डॉक्टरो की कमी के चलते यहां भी मरीज को रेफेर कर दिया जाता है. लिहाजा यहां चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में बड़े पैमाने पर सुधार की जरूरत है. वहीं मेडिकल कॉलेज के दो अलग-अलग विभागों के प्रोफेसरों के इस्तीफे के बाद अब छात्र भी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उनकी पढ़ाई का क्या होगा?

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