उत्तराखंड के इस जिले को मिलेगी जाम से मुक्ति! बनेगी 10 किलोमीटर लंबी सुरंग, दिल्ली-यूपी समेत पूरे देश के आने वाले पर्यटकों को मिलेगा लाभ
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उत्तराखंड के इस जिले को मिलेगी जाम से मुक्ति! बनेगी 10 किलोमीटर लंबी सुरंग, दिल्ली-यूपी समेत पूरे देश के आने वाले पर्यटकों को मिलेगा लाभ

Haridwar Latest News: उत्तराखंड के हरिद्वार वालों के लिए गुड़ न्यूज है. आपको बता दें जल्द ही जाम की समस्या से राहत मिलने वाली है. जानकारी के अनुसार,  10 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाया जाएगा. आइए आपको बताते हैं ये कब तक बन जाएगा?

 

सांकेतिक तस्‍वीर
सांकेतिक तस्‍वीर

Haridwar Hindi News/अरण खुराना: हरिद्वार के लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आ रही है. शहर में रोजाना लगने वाले जाम और बढ़ती भीड़भाड़ से मुक्ति मिलने वाली है. आपको बता दें कि यहां पर अब एक 10 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाने की योजना पर काम शुरू होने जा रहा है. यह सुरंग मनसा देवी पर्वत के नीचे से होकर मोतीचूर तक जाएगी. 

अधिकारियों के मुताबिक 
फिलहाल यह परियोजना प्लानिंग चरण में है और इसके लिए सर्वेक्षण और डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जाएगी. सुरंग के लिए संभावित रूट टीबीडी फाटक या भेल से होकर मनसा देवी के नीचे से मोतीचूर तक प्रस्तावित है. 

हरिद्वार को मिलेगी जाम से मुक्ति! 
यह सुरंग उत्तराखंड के तराई क्षेत्र में बनने वाली पहली बड़ी सुरंग होगी. अब तक राज्य में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन और चारधाम सड़क परियोजना जैसी पहाड़ी सुरंगों पर काम हो रहा था. तराई क्षेत्र में सुरंग बनाना एक नया और चुनौतीपूर्ण प्रयास होगा, लेकिन इससे हरिद्वार शहर को काफी राहत मिल सकती है. 

सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसको लेकर क्या कहा? 
हरिद्वार में हर साल लगने वाले मेलों, धार्मिक आयोजनों और चारधाम यात्रा के दौरान भारी भीड़ उमड़ती है, जिससे शहर की सड़कें जाम से भर जाती हैं. यह सुरंग इस समस्या से निजात दिलाने में अहम भूमिका निभा सकती है.सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि यह सुरंग हिल बाईपास रोड का बेहतर विकल्प बन सकती है, जो कई वर्षो से खराब पड़ी है और जिस पर वाहन चलना लगभग नामुमकिन हो गया है. 

हालांकि, सुरंग निर्माण से पहले वैज्ञानिकों और भू-विशेषज्ञों की राय ली जाएगी, क्योंकि यह क्षेत्र भूस्खलन संभावित क्षेत्र में आता है. बावजूद इसके, अगर यह परियोजना साकार होती है तो यह हरिद्वार के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी. 

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