हाथरस कांड: स्मृति ईरानी ने तोड़ी चुप्पी, बोलीं- योगी सरकार पर पूरा यकीन है, इंसाफ होगा
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हाथरस कांड: स्मृति ईरानी ने तोड़ी चुप्पी, बोलीं- योगी सरकार पर पूरा यकीन है, इंसाफ होगा

स्मृति ईरानी ने कहा कि अपनी संवैधानिक मर्यादा के चलते वह किसी प्रदेश के मामले में दखल नहीं देती हैं, लेकिन हाथरस कांड पर उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से बात की है. पीड़ित परिवार के साथ इंसाफ होगा मुझे पूरा यकीन है.

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी.

वाराणसी: हाथरस कांड को लेकर महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी की चुप्पी पर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा था. केंद्रीय मंत्री शनिवार को वाराणसी दौरे पर थीं. यहां उन्होंने हाथरस कांड पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी. उन्होंने दलित युवती के साथ हुई घटना को बेहद दर्दनाक बताया, साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर उन्हें पूरा भरोसा है कि वह पीड़ित परिवार के साथ न्याय करेंगे और दोषियों को उनके किए की सजा मिलेगी. 

स्मृति ईरानी ने कहा कि अपनी संवैधानिक मर्यादा के चलते वह किसी प्रदेश के मामले में दखल नहीं देती हैं, लेकिन हाथरस कांड पर उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से बात की है. मुख्यमंत्री ने एसआईटी का गठन किया है. प्रारंभिक रिपोर्ट पर एसपी के साथ सीओ तथा अन्य के खिलाफ कार्रवाई हुई है. एसआईटी की रिपोर्ट आने दीजिए, उसके बाद जिन लोगों ने हस्तक्षेप किया या जिन लोगों ने पीड़िता को न्याय न मिल पाए इसकी साजिश की है, उनके खिलाफ योगी आदित्यनाथ सख्त कार्रवाई करेंगे.

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी व प्रियंका के हाथरस आने को लेकर स्मृति ईरानी ने कहा, ''राहुल और प्रियंका हमेशा राजनीति के लिए प्रयासरत रहे हैं. लेकिन राष्ट्रनीति में सफल पीएम नरेंद्र मोदी रहे हैं. मुझे लगता है कि देश की जनता ने कांग्रेस के हथकंडों को भलीभांति समझ लिया है. कोई भी नेता किसी भी विषय में राजनीति करना चाहता है तो मैं उसे रोक नहीं सकती. लेकिन जनता समझती है कि हाथरस में कूच उनकी अपनी राजनीति के लिए है न कि पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए.'' 

केंद्रीस मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ''कांग्रेस ने कल मेरे लिए विशेष टिप्पणी की कि संयुक्त राष्ट्र में मुझे अपने देश के खिलाफ बयान देना चाहिए था. मैं बताना चाहती हूं कि वहां मैं एक मंत्री के नाते नहीं बल्कि भारतीय के रूप में गई थी. कांग्रेस चाहती थी कि मैं अपने देश के खिलाफ बोलूं, मेरे लिए ऐसी कल्पना भी राष्ट्रदोह से कम नहीं. विपक्ष की अपनी मर्यादा है. जब से मैंने अमेठी में कूच किया था, मुझे पता था कि जीवन भर उनके निशाने पर रहूंगी.''

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