आज से खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, गोविंदघाट से रवाना हुआ पहला जत्था
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आज से खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, गोविंदघाट से रवाना हुआ पहला जत्था

गोविंदघाट गुरुद्वारे में शबद कीर्तन के बाद सुबह साढ़े 9 बजे पंच प्यारे के साथ श्रद्धालुओं का जत्था हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुआ. कोरोना के खतरे को ध्यान में रखते हुए पहले जत्थे में सीमित संख्या में श्रद्धालु हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुए. 

गोविंदघाट से रवाना हुआ पहला जत्था.

चमोली: सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह की तपस्थली हेमकुंड साहिब के कपाट 4 सिंतबर को सुबह 10 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे. जिला प्रशासन एवं गुरूद्वारा प्रबंधन समिति ने यात्रा के लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली हैं. गुरुवार को गुरुग्रंथ साहिब के पाठ और अरदास के बाद पंच प्यारे के नेतृत्व में गोविंदघाट गुरुद्वारे से श्रद्धालुओं का पहला जत्था हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुआ था. वहीं, अब हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने की प्रक्रिया हुई शुरू हो गई है. पहली हड़दास के साथ ही ठीक 11 बजे श्रद्धालुओं के लिए कपाट खोल दिए जाएंगे.

गोविंदघाट गुरुद्वारे में शबद कीर्तन के बाद सुबह साढ़े 9 बजे पंच प्यारे के साथ श्रद्धालुओं का जत्था हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुआ. कोरोना के खतरे को ध्यान में रखते हुए पहले जत्थे में सीमित संख्या में श्रद्धालु हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुए. गोविंद घाट से रवाना हुआ जत्था रात्रि विश्राम घांघरिया में करेगा. शुक्रवार को अरदास के बाद सुबह 10 बजे हेमकुंड सहिब गुरुद्वारे और लक्ष्मण मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोले जाएंगे.

वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे और लक्ष्मण मंदिर के कपाट दर्शन के लिए खोले जाने पर सभी श्रद्धालुओं को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष यहां सीमित संख्या में यात्रियों को अनुमति दी जा रही है. सभी से विनम्र अनुरोध है कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करें.

गौरतलब है कि हेमकुंड साहिब के कपाट हर वर्ष 25 मई को खुलते थे, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते एहतियात के साथ 4 सितम्बर से हेमकुंड साहिब के कपाट खोले जा रहे हैं. हेमकुंड साहिब की यात्रा पर उत्तराखंड के बाहर से आने वाले सभी श्रद्वालुओं को 72 घंटे पहले कोविड का RT-पीसीआर टेस्ट कराना जरूरी होगा. इसके अलावा उत्तराखंड सरकार की वेबसाइट से ई-पास मिलने के बाद ही यात्रा की इजाजत दी जाएगी. यात्रा के दौरान गुरुद्वारों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना एवं कोविड के सभी नियमों का पालन करना भी अनिवार्य रहेगा. तीर्थ यात्रा पर आने वाले श्रद्वालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग भी कराई जाएगी.

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