UP: अंग्रेजी न बोल पाने की शर्मिंदगी में 9वीं के छात्र ने क्लास रूम में लगाई फांसी
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UP: अंग्रेजी न बोल पाने की शर्मिंदगी में 9वीं के छात्र ने क्लास रूम में लगाई फांसी

आशुतोष ने अपनी नोटबुक में सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें आखिरी में उसने एक छात्रा का नाम भी लिखा है. पुलिस को आशुतोष के बेड पर छात्रा की डायरी भी मिली है.

कानपुर में 9वीं का छात्र अंग्रजी न बोल पाने की शर्मिंदगी में फांसी पर झूल गया.

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक बच्चे ने अंग्रेजी नहीं बोल पाने की कुंठा में क्लास रूम में फांसी लगा ली. यह मामला गत 4 फरवरी का है. कानपुर के जुगल देवी सरस्वती विद्या मंदिर में पढ़ने वाले कक्षा 9वीं के छात्र आशुतोष ने फांसी लगाकर जान दे दी. आशुतोष ने अपनी नोटबुक में सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें आखिरी में उसने एक छात्रा का नाम भी लिखा है. पुलिस को आशुतोष के बेड पर छात्रा की डायरी भी मिली है.

आशुतोष ने अपनी नोटबुक के आखिरी पेज पर लिखा है, ‘हर इंसान अपने दोस्तों की तुलना में अपनी क्षमताओंं को जानता है. मुझे अच्छे दोस्तों की संगत मिली जो काफी सहयोगी भावना के हैं. लेकिन कभी-कभी मुझे उनके सामने शर्मिंदा होना पड़ता है, जब वे फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं.

इसके पहले मेरी पढ़ाई तेलुगू मीडियम स्कूल में हुई. इस वजह से अंग्रेजी बोलने में बच्चों को हिचक महसूस होती थी, लेकिन वहां इसके अलावा कोई और स्कूल भी नहीं था. मैं तुमसे वादा करता हूं कि बहुत जल्द अच्छी अंग्रेजी बोलने लगूंगा.' इसके बाद आशुतोष ने अपने नाम से जोड़कर छात्रा का नाम लिखा है और हस्ताक्षर भी किए हैं. 

पुलिस की मानें तो छात्र आशुतोष उस छात्रा से दोस्ती करना चाहता था और इसी वहज से अंग्रेजी बोलना भी सीख रहा था. पुलिस पता लगा रही है कि आखिर छात्रा की डायरी आशुतोष के पास कैसे और क्यों आई. पुलिस छात्रा की डायरी और आशुतोष की नोटबुक को कब्जे में लेकर छानबीन कर रही है.

जुगल देवी सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य हरि प्रसाद शर्मा ने पुलिस को बताया कि आशुतोष क्लास का सबसे होनहार छात्र था. उसे कभी इतना दुखी नहीं देखा, जिससे अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि वह ऐसा भी कदम उठा सकता है.

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