भीम आर्मी के कार्यकर्ता की गोली लगने से मौत के बाद सुलग उठा सहारनपुर, इंटरनेट बंद
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भीम आर्मी के कार्यकर्ता की गोली लगने से मौत के बाद सुलग उठा सहारनपुर, इंटरनेट बंद

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष के छोटे भाई की संदिग्ध मौत के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है. भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के छोटे भाई सचिन वालिया की मौत गोली लगने से हुई है. 

पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील किया गया. (फाइल फोटो)

सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष के छोटे भाई की संदिग्ध मौत के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है. भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के छोटे भाई सचिन वालिया की मौत गोली लगने से हुई है. हालांकि, आरोप है कि गांव में महाराणा प्रताप भवन में जयंती कार्यक्रम में आए युवकों ने सचिन पर गोली चलाई है. लेकिन, पुलिस अधिकारी छानबीन के बाद ही कोई मुकम्मल जवाब देने की हालत में होंगे. पुलिस के मुताबिक, सचिन वालिया को छत से गिरने के बाद अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसे मृत घोषित किया गया. पुलिस ने गोली लगने से मौत की पुष्टि जरूर की है. फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले को संदिग्ध मान रही है. वहीं, एहतियातन पूरे जिले में इंटरनेट सेवाएं अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी गई है. मृतक सचिन की डेड बॉडी अस्पताल के मोर्चरी में रखी गई है. परिजन पोस्टमार्टम नहीं करने की जिद पर अड़े हैं, जबकि पुलिसकर्मी हर हाल में पोस्टमार्टम करना चाहता है ताकि मौत की असली वजहों को बेहतर तरीके से समझा जा सके.

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सूचना मिलने पर जिला कलेक्टर और SSP मौके पर पहुंचे. फॉरेंसिक टीम भी रामनगर स्थित घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया. सहारनपुर के SSP बबलू कुमार ने कहा कि पहली नजर में यह मामला संदिग्ध लग रहा है. हम हर पहलू को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रहे हैं. फिलहाल, हालात तनावपूर्ण हैं. हालात पर नियंत्रण रखना पुलिस-प्रशासन की सबसे बड़ी चुनौती है. हालात काबू में रहे इसलिए इंटरनेट सर्विस रोक दी गई है.

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जानकारी के मुताबिक क्षत्रिय समाज ने महाराणा प्रताप जयंती मनाने के लिए प्रशासन से शोभायात्रा निकालने की अनुमित मांगी थी. लेकिन, भीम आर्मी की तरफ से महाराणा प्रताप जयंती नहीं मनाने की चेतावनी दी गई थी. हालात बिगड़ ना जाए इसकी वजह से आखिरी वक्त में प्रशासन ने केवल 150 लोगों की शोभायात्रा निकालने की अनुमति दी थी. शोभायात्रा के मद्देनजर रामनगर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे. इसके बावजूद किसी की हत्या कर देना पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े करता है. पिछले साल आज ही के दिन सदर बाजार में हिंसा की घटना हुई थी.

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