नागरिकता कानून पर देशभर में हुई हिंसा पर बड़ा खुलासा हुआ है.
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नई दिल्ली: नागरिकता कानून पर देशभर में हुई हिंसा पर बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक CAA के विरोध के नाम पर देश में हिंसा फैलाने की नापाक साजिश, सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक हिंसा फैलाने के पीछे, PFI, इस्लामिक यूथ फेडरेशन, और कश्मीर के पथरबाज़ों का इस्तेमाल किया गया. कन्याकुमारी और केरल से PFI संगठन के लोगों को देश के अलग अलग हिस्सों में भेजा गया जबकि महाराष्ट्र से इस्लामिक यूथ फेडरेशन के लोग शामिल हैं. इन ग्रुप के लोगों की लोकेशन दिल्ली और यूपी में हिंसा फैलाने वाली जगहों पर मिली है. सूत्रों के मुताबिक देश मे हिंसा फैलाने की साजिश में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI फंडिंग कर रही है. पश्चिम बंगाल से आए कुछ लोगों को भी हिंसा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
हिंसा भड़काने पश्चिम बंगाल से आए पत्थरबाज़
यूपी हिंसा का पश्चिम बंगाल और कश्मीर कनेक्शन सामने आया है. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, इस्लामिक यूथ फेडरेशन, कश्मीर के पत्थरबाज और पश्चिम बंगाल से आए पत्थरबाजों ने यूपी में माहौल बिगाड़ा. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया, "आज किसी समाचार पत्र के लिंक में आया है कि यूपी में कश्मीर के एक्सपर्ट पत्थरबाजों को बुलाया गया, क्यों बुलाया गया?, आग लगाई जा रही है कहीं- कहीं, यहां की आवाम इस आंदोलन में नहीं है, यहां के लोग उपद्रव नहीं कर रहे हैं."
प्रदर्शन के नाम पर हुई हिंसा का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है. पाकिस्तान की ख़ुफिया एजेंसी ISI ने हिंसा के लिए उकसाया. ISI ने हिंसा फैलाने वालों को मदद मुहैया कराई है. ISI ने हिंसा फैलाने के लिए फंडिंग की. लोगों को उकसाने के लिए फेक वीडियो फैलाए गए. सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो से लोगों को भड़काया.
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यूपी में 10 दिसंबर से शुरू हुई हिंसा के लिए कुल 213 FIR दर्ज की गई हैं. 925 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. 5558 लोगों के खिलाफ निषेधात्मक कार्रवाई की गई है. सोशल मीडिया में आपत्तिजनक पोस्ट डालने के मामलों में 81 एफआईआर दर्ज की गई है. 120 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. 7513 ट्विटर पोस्ट, 9076 फेसबुक पोस्ट, 172 यूट्यूब वीडियो पर कार्रवाई की गई है.