गाजियाबाद: यूपी पंचायत चुनाव के परिणाम आने के बाद प्रत्याशी अपनों के ही खून के प्यासे हो रहे हैं. ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद जिले से सामने आया है, जहां पर भतीजे ने चाचा के पक्ष में वोट नहीं दिया तो चाचा ने भतीजे की ही 50 हजार रुपये की सुपारी देकर निर्मम हत्या करवा दी. पुलिस ने इस हत्याकांड का शुक्रवार को खुलासा करते हुए दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एसपी देहात ने किया खुलासा 
इस मामले का खुलासा करते हुए एसपी देहात डॉ. ईरज राजा ने बताया कि जब हत्याकांड की जांच शुरू की तो कई चौंकाने वाली बात सामने आईं. ग्रामीणों ने बताया कि मृतक लाखन तोमर शराब पीने का आदी था. लाखन अपने चाचा पूर्व प्रदान बलराम सिंह उर्फ बंटी से नफरत करता था. मृतक ने चुनाव प्रचार के दौरान भी कई बार ग्रामीणों के साथ गाली-गलौज की थी. 


इधर पति ढूंढ रहा, पत्नी दुधमुंहे बच्चे को लेकर प्रेमी के घर के सामने दे रही धरना


आरी और चाकू से कर दी थी हत्या 
एसपी देहात ने आगे बताया कि ग्रामीणों के साथ गाली-गलौज करने से चुनाव पर असर पड़ा. चाचा बलराम उर्फ बंटी ने वार्ड दो से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था. मृतक आए दिन शराब पीकर अपने अपने भाइयों और चाचा को गाली देता था. बलराम सिंह को पता चल गया था कि लाखन ने उसे वोट भी नहीं दिया था. वोट नहीं देने से नाराज होकर बलराम सिंह ने लाखन सिंह की हत्या की प्लानिंग की. इसके बाद दो सगे भाईयों को 50 हजार की सुपारी दी. दोनों भाई मिलकर पहले लाखन को शराब पिलाई, फिर काफी समय से बंद पड़े मकान के अंदर ले जाकर आरी और चाकू से वार कर उसकी हत्या कर दी.


लॉकडाउन में भी बसपा नेता को खाना है मटन, DM को चिट्ठी लिख की मीट शॉप खोलने की मांग


दो सगे भाइयों से करवा दी हत्या 
उन्होंने बताया कि बलराम ने लाखन की हत्या करने के लिए उसके ही सगे भाइयों लोकेश और सुखपाल सिंह को तैयार किया. योजना बनाकर दोनों भाइयों ने पहले लाखन को शराब पिलाई और फिर उसे काफी समय से बंद पड़े मकान के अंदर ले जाकर आरी और चाकू से वार कर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद आरोपी पीछे से दीवार फांदकर फरार हो गए.


Mobile पर VIDEO देख बंदर हुआ रोमांटिक, स्क्रीन को ही लगा चूमने


WATCH LIVE TV