पति को मिले शहीद का दर्जा... पहलगाम हमले में मारे गए शुभम की पत्नी ने बताई पूरी कहानी
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पति को मिले शहीद का दर्जा... पहलगाम हमले में मारे गए शुभम की पत्नी ने बताई पूरी कहानी

Shubham Dwivedi Wife demands: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या ने सरकार से अपने पति को शहीद का दर्जा देने की मांग की है. 

Shubham Dwivedi Wife demands
Shubham Dwivedi Wife demands

Shubham Dwivedi Wife/प्रवीण पांडे: शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या का एक भावुक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में ऐशन्या ने सरकार से किसी प्रकार के मुआवजे या सहायता की मांग नहीं की, बल्कि अपने पति को "शहीद" का दर्जा देने की अपील की है.उनका कहना है कि यदि शुभम को शहीद का सम्मान मिलेगा, तो परिवार गर्व से सिर उठा कर जी सकेगा. 

हम नहीं चाहते कि शुभम को भुला दिया जाए
ऐशन्या ने भावुक होकर कहा, "लोग पुलवामा और 26/11 हमलों के पीड़ित परिवारों को समय के साथ भूल जाते हैं.हम नहीं चाहते कि शुभम को भुला दिया जाए.सरकार से मेरी विनती है कि उसे शहीद का दर्जा दिया जाए. 

उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल को हुए हमले में आतंकवादियों ने पहले धर्म पूछा और फिर गोली चलाई. जब हमने कहा कि हम हिंदू हैं, तो आतंकियों ने शुभम को सबसे पहले गोली मारी.उसका चेहरा इस कदर क्षत-विक्षत कर दिया गया कि परिवार के लोग उसे अंतिम बार देख भी नहीं सके.

हमले की भयावहता को याद करते हुए ऐशन्या ने बताया कि उन्होंने आतंकियों से खुद को भी मार डालने की गुहार लगाई थी, लेकिन उन्हें जिंदा  छोड़ दिया गया ताकि वह पूरी घटना को सरकार तक पहुंचा सकें. ऐशन्या ने कहा कि शुभम ने गर्व से हिंदू होने की पहचान बताई और अपनी जान की आहुति देकर कई लोगों की जान बचाई.यदि सरकार उन्हें शहीद का दर्जा देती है, तो मुझे भी जीने का एक मकसद मिलेगा. 

सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने भी इस हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि घटना के समय वहां न तो कोई पुलिसकर्मी था, न सेना का जवान, और न ही कोई निजी सुरक्षा कर्मी. हमले के लगभग एक घंटे बाद सेना के जवान वहां पहुंचे और इलाके को अपने नियंत्रण में लिया. 

उन्होंने सरकार से मांग की कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए और हमले के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. 

मृतक शुभम द्विवेदी के बहनोई शुभम दुबे ने बताया कि हम लोग को भी ऊपर घूमने जाना था लगता है ऊपर वाले की मेहरबानी थी इसलिए जान बच गई और हम ऊपर नहीं गए सरकार को चाहिए की सख्त सख्त कार्यवाही करें और शुभम द्विवेदी को शहीद का दर्जा मिले. 

मृतक शुभम द्विवेदी की बहन ने क्या बताया?
मृतक शुभम द्विवेदी की बहन आरती द्विवेदी ने बताया कि हम कुल 11 लोग पहलगाम घूमने गए थे.बाकी सब लोग भी खच्चर में बैठकर ऊपर जा रहे थे. किन घोड़े की स्थिति देखकर वह बेचैनी होने लगी इसके बाद परिवार के लोग रुक गए और वह ऊपर घूमने नहीं गए.जिससे हम लोगों की जान बच गई है.
 

वीडियो देखें: पति को शहीद का दर्जा दिया जाए... पहलगाम हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी की मांग

 

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